रायपुर: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व डिप्टी सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) पर का बचाव किया है. भूपेश बघेल ईडी (ED) की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं. महादेव बेटिंग एप मामले (mahadev betting app case) में ईडी ने बघेल का भी नाम चार्जशीट (charge sheet) में रखा है. दावा है कि आरोपी असीम दास ने कहा कि महादेव एप के प्रमोटर्स ने करीब 508 करोड़ रूपये भूपेश बघेल को दिए हैं. इन आरोपों पर टीएस सिंह देव (TS Singh Dev) ने बघेल का साथ दिया है.
राज्य की कांग्रेस की सियासत में टीएस सिंह देव बघेल के धुर विरोधी माने जाते हैं. ऐसे में बघेल के पक्ष में टीएस सिंह देव का मोर्चा संभाला काफी अहम माना जा रहा है. सिंह देव ने कहा कि चुनाव के वक़्त भी ऐसे आरोप लगाए लेकिन अगर संबंधित व्यक्ति कह चुका है कि उस पर दबाव डालकर उनका नाम लिखवाया गया तो बघेल पर आरोप की कोई वैल्यू नहीं रह जाती.
ईडी और सरकार पर तीखा हमला
टीएस सिंह देव ने कहा कि ईडी ईमानदार नहीं है, वह विपक्षी दलों के खिलाफ़ ही कार्रवाई करती है. पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि जब वही नेता बीजेपी में शामिल हो जाये तो सब आरोप खत्म हो जाता है. टीएस सिंह देव ने जांच एजेंसियों और संवैधानिक इकाइयों का दुरुपयोग करने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि जनता समझदार है औऱ वह समझती है कि ये सब राजनीति है.
इंदिरा रसोई पर क्या कहा
टीएस सिंह देव ने पुरानी योजना का नाम बदलने को अस्वस्थ परम्परा करार दिया. सिंह ने कहा कि कल को सरकार बदली और हमने अटल, मोदी के नाम की योजनाओं, सड़कों वगैरा के नाम बदलने शुरू कर दिए तो. सिंह ने कहा कि इसलिए मैं ऐसी परम्परा को सही नहीं मानता. सिंह ने कहा है कि आप नई योजनाएं लाइये और उनके मनचाहे नाम रखिये, पुरानी का नाम बदलना उचित नहीं.
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