– डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
कुछ समय पहले नरेन्द्र मोदी ने यूपी के लिए योगी को बहुत उपयोगी बताया था। उनका यह कथन तुकबंदी मात्र नहीं है बल्कि अपने कथन को नरेन्द्र मोदी ने तथ्यों के साथ प्रमाणित भी किया। उन्होंने पांच वर्ष के दौरान योगी सरकार के कार्यों का उल्लेख किया था। इसके चलते उत्तर प्रदेश में विकास के सभी रिकार्ड बहुत पीछे छूट गए थे। पिछली कई सरकारें मिल कर भी योगी के पांच वर्षों का मुकाबला करने की स्थिति में नहीं थीं। इसलिए पहले उत्तर प्रदेश की सत्ता में पांच वर्ष पूरे करने वाले नेता अपने अतीत की चर्चा करने से बच रहे हैं। वह योगी सरकार पर जम कर हमला बोलते हैं। भविष्य के लिए बेहिसाब वादे करते हैं लेकिन अपना हिसाब देने से बचते हैं। दूसरी ओर, योगी आदित्यनाथ पांच वर्ष में कई बार अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड सार्वजनिक कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि समृद्ध यूपी के लिए डबल इंजन की सरकार जरूरी है। कोरोना के चलते विश्व का परिदृश्य बदला है। दुनिया के विकसित देश भी कोरोना के सामने लाचार नजर आए थे, जबकि वहां समृद्धि है। वहां की स्वास्थ्य व्यवस्था भी सुदृढ़ है। दूसरी ओर भारत विकसित देशों की श्रेणी में नहीं है। फिर भी संकट के समय भारत ने आत्मनिर्भर बनने का जज्बा दिखाया है। यह स्पष्ट हुआ कि सशक्त भारत पूरी मानवता के लिए जरूरी है। यहां का योग,जीवन शैली व आयुर्वेद के प्रति दुनिया का रुझान बढ़ा है।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का दुनिया में आयोजन पहले से चल रहा है। इस बार मकर संक्रांति पर 75 देशों में सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। दुनिया भारत की तरफ देख रही है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि सशक्त भारत पूरी मानवता के लिए कल्याणकारी साबित होगा। भारतीय संस्कृति में वसुधा को कुटुंब माना गया है। सर्वे भवन्तु सुखिनः का सन्देश दिया गया है। ऐसा उदार चिंतन दुनिया की किसी सभ्यता- संस्कृति में नहीं है। विश्व शांति का सपना भारतीय चिंतन से ही संभव है। इसके ये पहले भारत को शक्तिशाली व आत्मनिर्भर बनाना होगा। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि समृद्ध भारत के लिए समृद्ध उत्तर प्रदेश की जरूरत है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उस दिशा में बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि यह यात्रा बाधित नहीं होनी चाहिए। विकास की दिशा में तेजी से बढ़ने के लिए डबल इंजन की सरकार बहुत जरूरी है।
योगी सरकार ने परिवारवाद व माफियावाद को अप्रासंगिक बना दिया है। प्रदेश को बेहतर चलाने के लिए मजबूत नेतृत्व बहुत जरूरी है। सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के रास्ते पर चल रही है। टफ टाइम के समय टफ लीडर की आवश्यकता प्रदेश को है। उत्तर प्रदेश के इतिहास में विगत पांच वर्ष उपलब्धियों की दृष्टि से सर्वाधिक महत्वपूर्ण रहे हैं। करीब पचास योजनाओं में यूपी को नंबर वन का गौरव मिलना सामान्य नहीं है। योगी सरकार ने व्यवस्था को सुधारने का बखूबी कार्य किया है। माफियाओं पर नकेल कसी गई।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लोकार्पण के साथ ही उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा एक्सप्रेस-वे वाला राज्य बन गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे और बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य प्रगति पर है। सबसे बड़ी गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना अगले करीब दो वर्ष में पूरी होगी।गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण गोरखपुर-आजमगढ़ के बीच तेजी से चल रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे लगभग छह सौ किमी लंबी होगी। देश की सबसे लंबी गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनेगी। इसके लिए 95 प्रतिशत से ज्यादा जमीन ली जा चुकी है।
नरेन्द्र मोदी के कथन को राष्ट्रीय स्तर पर भी सकारात्मक समर्थन मिला है। डबल इंजन की सरकार,मोदी योगी की जोड़ी, उत्तर प्रदेश में पांच एक्सप्रेस-वे,काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण, एयरपोर्ट निर्माण और कानून व्यवस्था की सुदृढ़ स्थिति, माफियाओं की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाने आदि को लोगों ने सराहनीय कार्य बताया। योगी सरकार उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में प्रभावी कार्य कर रही है। इसी क्रम में वैश्विक स्तर की बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का संजाल बिछाया जा रहा है। विकास के मामले में सरकार का नजरिया समग्रता का है।
सरकार एक्सप्रेस-वे के साथ एयर कनेक्टिविटी पर भी बराबर का जोर दे रही है। सरकार ने दशकों से लंबित वाण सागर, अर्जुन सहायक नहर, सरयू नहर राष्ट्रीय परियोनाओं को पूरा किया। किसानों को समय से पानी के साथ खाद भी मिले। इसके लिए करीब तीन दशक से बंद गोरखपुर के खाद कारखाने को पुनर्जीवित कर नया कारखाना लगाया। सबके स्वास्थ्य का सपना साकार करने के लिए गोरखपुर एम्स का भी उद्घाटन हो चुका है। विकास का यह सिलसिला जारी रहना चाहिए।
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