नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर देश की इकोनॉमी पर एक बार फिर अहम टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि भारत की अंतर्निहित आर्थिक गतिविधियां मजबूत बनी हुई हैं, और आने वाले समय में भी इसके मजबूत बने रहने की संभावना है।
हालांकि आरबीआई गवर्नर ने यह भी कहा है कि देश के बाहरी कारक अर्थव्यवस्था को कुछ नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनमें जियो पॉलिटिकल तनाव और वैश्विक मंदी की आशंका शामिल हैं। भारत के केंद्रीय बैंक के प्रमुख ने बुधवार को चेतावनी दी कि अगला वित्तीय संकट निजी क्षेत्र के क्रिप्टोकरेंसी से आएगा और उनका अभी भी मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह भी कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है और व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा करता है। BFSI समिट को संबोधित करते हुए आरबीआई गर्वनर ने कहा कि वित्तीय स्थिरता के क्रिप्टोकरेंसी बेहद खतरनाक है। आरबीआई गर्वनर पहले भी कह चुके हैं कि इससे देश की व्यापक आर्थिक (Macro Economic) और वित्तीय स्थिरता (Financial Stability) को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है।
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