टोक्यो (tokyo) । जापान (Japan) में भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। झटके मंगलवार को उत्तरी जापान के इवाते और आओमोरी प्रान्त (Iwate and Aomori Prefecture) में महसूस किए गए। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, भूकंप का केंद्र इवाते प्रान्त का उत्तरी तटीय हिस्सा था। इससे पहले, इससे पहले नए साल पर पश्चिमी जापान में आए सिलसिलेवार भूकंप में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान कई इमारतें, वाहन तथा नौकाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं थीं।
अधिकारियों ने भूकंप के खतरे को देखते हुए चेतावनी जारी कर कुछ क्षेत्र में लोगों को अपने घरों से दूर रहने को कहा था। एक जनवरी को इशिकावा प्रांत और आसपास आए भूकंप के करीब 100 झटकों में सर्वाधिक 7.6 तीव्रता का भूकंप भी शामिल था। इसके बाद सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई थी।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
जानें क्या है भूंकप के केंद्र और तीव्रता का मतलब?
भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।
कैसे मापा जाता है भूकंप की तिव्रता और क्या है मापने का पैमाना?
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।
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