उज्जैन। मंगलवार को उज्जैन (Ujjain) में कोरोना का उपचार कर रहे शासकीय हॉस्पिटल्स,कोविड केयर सेंटर्स,क्वारेंटाईन सेंटर्स (Government Hospitals, Covid Care Centers, Quarantine Centers) में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं ठप हो गई। गत वर्ष कोविड-19 के उपचार के लिए रखे गए अस्थायी स्वास्थ्य कर्मचारी,जिनमें डॉक्टर्स एवं पेरा मेडिकल स्टॉफ शामिल है,मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर आयसीयू,वार्ड छोड़कर सड़क पर आ गए। ये सभी चरक भवन के सामने एकत्रित हुए। यहां से कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए कोठी गए।
कोविड 19 स्वास्थ्य सेवा संगठन, मध्यप्रदेश के आव्हान पर हड़ताल पर उतरे इन डॉक्टर्स एवं कर्मचारियों ने चरक भवन पर चर्चा में बताया कि हमारी मुख्य मांग यह है कि हम सभी को संविदा में विलय किया जाए तथा 5 जून,18 को पारित नई नीति अनुसार नियमित कर्मचारियों के समकक्ष 90 प्रतिशत वेतन दे। जिन्हे निष्काषित किया गया है,उन्हे पुन: काम पर लिया जाए।
मांगें पूरी नहीं होने पर चरणबद्ध होगा आंदोलन
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष जीतेंद्र कुशवाह ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के सभी जिलों में कलेक्टर, सीएमएचओ और जनप्रतिनिधियों को तथा तहसील स्तर में एसडीएम एवं ब्लाक मेडिकल आफिसर्स को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जा रहा है। आगामी 30 मई से अनिश्चिकालीन कामबंद हड़ताल की जाएगी।