भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण पुन: तेजी से फैल रहा है। इसके नियंत्रण केलिए आर्थिक गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई जा सकती। व्यापार और रोजगार में कोरोना से बचाव की सावधानियों का कड़ाई से पालन करें, नहीं तो सरकार कड़ाई करेगी। यह प्रदेश में गुड गवर्नेंस की पुन: परीक्षा है। बिना पेनिक करें हमें कोरोना को परास्त करना है। मुख्यमंत्री गुरुवार शाम को प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त कमिश्नर्स-कलेक्टर्स तथा मेडिकल कॉलेज के डीन आदि से चर्चा कर रहे थे। कॉन्फ्रेंसिंग में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी शामिल हुए।
रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे तक बाजार बंद रहेंगे
मुख्यमंत्री ने ग्वालियर, जबलपुर सहित प्रदेश के सर्वाधिक प्रभावित जिलों उज्जैन, सागर, बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, रतलाम औरछिंदवाड़ा में भी रात्रि 10 बजे से प्रात: 06 बजे तक व्यावसायिक प्रतिष्ठान और बाजार बंद रखने के निर्देश दिए।
महाराष्ट्र से आने-जाने वाली यात्री बसों पर रोक
महाराष्ट्र में बनी कोरोना की विस्फोटक स्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र से आने-जाने वाली यात्री बसों के आवागमन पर 20 मार्च से रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री ने कोरोना वेक्सीन टीकाकरण में प्रदेश को 5 लाख डोज प्रति दिवस की स्थिति में लाने के लिए तत्काल आवश्यक व्यवस्थाएँ करने के निर्देश भी दिए।
कोरोना नियंत्रण के लिये हरसंभव प्रयास करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण पुन: फैलना आरंभ हुआ है। इस पर नियंत्रण के लिए हरसंभव प्रयास अभी से आरंभ करना आवश्यक है। इसके साथ ही प्रदेश को कठिनतम परिस्थितियों से निपटने के लिए भी तैयार भी रहना होगा। बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले सात दिनों में इंदौर में 1778, भोपाल में 1170, जबलपुर में 358, ग्वालियर में 185, उज्जैन में 187, रतलाम में 162, छिंदवाड़ा में 147, बुरहानपुर में 130, बैतूल में 110 और खरगोन में 92 कोरोना पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए हैं। ग्वालियर मेले की अवधि के संबंध में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप निर्णय लें।
जनप्रतिनिधियों, समाज-सेवियों, धर्म गुरूओं का सहयोग लें
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों के लिए अभियान में जनप्रतिनिधियों, समाज-सेवियों और धर्म गुरूओं का सहयोग लें। साथ ही जन-जन को मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। कोरोना के कारण हमें होली सावधानी से निकालनी होगी। होली के जुलूसों, गेर और मेलों आदि का आयोजन नहीं हो सकेगा। सामाजिक और बड़े आयोजनों में भी सतर्कता बरतना होगी।
श्रमिकों के लिए रोजगार की व्यवस्था करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि होली त्यौहार में बड़ी संख्या में श्रमिक साथी अपने पैतृक ग्रामों और नगरों में लौटेंगे। उन्होंने मनरेगा तथा अन्य योजनाओं में पर्याप्त रोजगार देने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामों में पर्याप्त रोजगार के अवसर सृजित किए जाएँ ताकि श्रमिक भाई संक्रमण प्रभावित शहरों की ओर जाने के लिए मजबूर न हों।
इलाज की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से प्रभावित व्यक्तियों के इलाज की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। होम आइसोलेशन में टेली कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा उनको पर्याप्त इलाज, सुझाव देने और सतर्क निगरानी की व्यवस्था हो। इसके साथ ही छोटे घरों में जहाँ आइसोलेशन संभव नहीं हैं, वहाँ शासकीय अस्पतालों में पृथक वार्ड बनाकर आइसोलेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। निजी अस्पतालों की क्षमताओं का उपयोग करते हुए उन्हें एप पर जोड़कर वहाँ आ रहे मरीजों की जानकारी और उनकी स्थिति से भी जिला प्रशासन लगातार अवगत रहे। निजी अस्पतालों के लिए जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी निजी अस्पताल मरीजों से मनमानी वसूली न करें।
निजी कार्यालयों में भी थर्मल स्क्रीनिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल, इंदौर आदि शहरी क्षेत्रों में कार्यालयों में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए शासकीय के साथ-साथ निजी कार्यालयों में भी थर्मल स्क्रीनिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए। मुख्यमंत्री ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल, खरगोन, खण्डवा और सागर के कलेक्टर्स से बात कर कोरोना संक्रमण की स्थिति और उसके नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी ली। जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा स्वयं कोरोना पॉजिटिव हैं, फिर भी वे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए उन्हें पर्याप्त सावधानी बरतने का सुझाव दिया।
माझा परिवार-माझा होली
मुख्यमंत्री ने जन-जागरण के लिए किए जा रहे बुरहानपुर के नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि अन्य जिलों के कलेक्टर भी इसका अनुसरण करें अथवा स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार नवाचार करें। बुरहानपुर कलेक्टर ने जानकारी दी कि होली पर कोरोना के कारण सावधानी बरतने के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘माझा परिवार-माझा होली’ के स्लोगन का प्रचार-प्रसार कर लोगों को परिवार में होली मनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। खरगोन कलेक्टर ने आदिवासी समाज की सहमति और उन्हें विश्वास में लेते हुए भगोरिया तथा अन्य मेला गतिविधियों को सीमित करने, खण्डवा कलेक्टर ने जन-जागरण में सामाजिक संगठनों, एनसीसी, एनएसएस और जन अभियान परिषद का सहयोग लेने की बात कही। सागर कलेक्टर ने बताया कि जिले में रोको-टोको अभियान के अंतर्गत कार्यवाहियाँ जारी हैं।
भोपाल में तीन दिन में हुए 5 हजार चालान
भोपाल कलेक्टर ने बताया कि 42 फीवर क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं। मास्क लगाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। पिछले 3 दिन में 5 हजार चालानी कार्यवाहियाँ की गई हैं। रात्रि कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
वेक्सीन के वेस्टेज को रोकना होगा
मुख्यमंत्री ने कोविड टीकाकरण कार्यक्रम का तेजी से विस्तार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश को 5 लाख डोज प्रति दिवस के उपलब्धि पर लेकर जाना होगा। इसके लिए प्रत्येक जिले को दिए गए लक्ष्य के अनुसार सभी जिला कलेक्टर अपने-अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण की वेस्टेज को रोकना होगा। यह नेशनल वेस्टेज है। जो टीका वेस्ट होता है वो किसी को लग सकता था। इस तरह कोविड टीके को वेस्ट करने से हम किसी का हक मारते हैं। यह बचाने का वैक्सीन है, अत: इसके लिए जिला स्तर पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। कोविड टीकाकरण अभियान को जन-जन का अभियान बनाने के लिए समाज-सेवी संगठनों, सामाजिक संगठनों और राजनैतिक दलों का भी सहयोग लिया जाए। (एजेंसी, हि.स.)
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