गंजबासौदा। ग्रामीण अंचलों के पशुपालकों द्वारा सड़कों पर छोड़े जा रहे बेसहारा मवेशियों के कारण आए दिन सड़क हादसे सामने आ रहे हैं। बीती रात ही क्षेत्रीय विधायक श्रीमती लीना जैन की कार सड़क पर स्वच्छंद विचरण कर रहे गोवंश को बचाने के चक्कर में हादसे का शिकार हो गई।
जिसमें विधायक सहित सात लोग घायल हुए और हादसे में गंम्भीर रुप से घायल उनकी सासू मां 80 वर्षीय श्रीमती प्रेम बाई का उपचार के दौरान निधन हो गया। इससे पूर्व भी मवेशियों के कारण हुए सड़क हादसे में दर्जनभर से अधिक मौतें हो चुकी हैं। लेकिन अभी तक प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है। ना तो ग्रामीण अंचलों के पशुपालकों पर कोई कार्यवाही की जाती जो सड़कों पर गोवंश को छोड़ देते हैं और ना ही गौशालाओं की व्यवस्था की जाती पूर्व में जो कांजी हाउस बने हुए थे उन्हें भी बंद कर दिया गया है। ग्रामीण अंचल के पशुपालन फसलों में उजाड़ होने पर गोवंश को शहर की सड़कों पर छोड़ जाते हैं जो सड़क हादसों का मुख्य कारण । बन रहे हैं ।नगर सीमा से दस किलोमीटर दूर अम्बानगर चौराहा क्षेत्र में चोपाया पशुओं के दिनरात जमघट लगने से लोग परेशान हो रहे हैं। इस क्षेत्र के समीप लगे ग्रामों से प्रतिदिन यह आवारा चौपाया पशु एकत्रित होकर दिन हो या रात मुख्य सड़क मार्ग पर झुण्ड के झुण्ड बनाकर बैठ जाते हैं। कभी कभी तो इस चौराहे क्षेत्र में सिरोंज और विदिशा अशोकनगर की और जाने वाले मार्गों पर यह चौपाया पशु हुड़दंग मचाते रहते हैं।
यहां के लोगों ने बताया कि इस चौराहे पर प्रात: से लेकर देर रात्री तक काफी मात्रा में आवागमन करने वाली वसों का आना जाना बना रहता है और यह पशुओं के झुंड वीच सड़क मार्ग पर बैठकर आवागमन को भी बाधित करते हैं। कईयों बार इस इलाके में चौपाया पशु बड़े वाहनों की चपेट में आकर घायल भी हो चुके हैं। लेकिन इस इलाके में खास तौर से मुख्य चौराहे पर फेलने वाली इस अव्यवस्था को लेकर न तो पंचायत स्तर पर ध्यान दिया जा रहा है और न ही प्रशासिनक स्तर पर जबकि अम्वानगर चौराहा एव गुरोद चौराहा क्षेत्र को चारों तरफ के मार्गों से जोडने के कारण यहां से यात्री वसों के साथ बड़ और भारी वाहनों की आवाजाही दिन रात बनी रहती है। कभी कभी तो वाहन चलाने वाले लोगों को अपने वाहन खड़े कर सड़क पर बैठे इन चौपाया पशुओं के झुंड को बड़ी मशक्कत के बाद हटाने मजबूर होना पड़ता है। साथ ही हाईवे पर बने चौराहे के चारों मार्गों पर संचालित होने वाली दुकानों को भी यह चौपाया पशु नुकसान पहुंचाते रहते हैं। जिस कारण इस क्षेत्र के दुकानदार भी इनसे परेशान हो रहे हैं।
काऊ कैचर से पकड़े जा रहे हैं मवेशी
नगर पालिका सीमा क्षेत्र में 1 सप्ताह से विदिशा से आए काऊ कैचर की मदद से शहर की सड़कों पर स्वच्छंद विचरण करने वाले चौपाई पशुओं की धरपकड़ की जा रही है अब तक 100 से अधिक गोवंश को पकड़कर गौशालाओं में भेजा जा चुका है लेकिन ग्रामीण अंचल की कई गौशाला में अनुदान लेने के बाद भी खाली पड़ी हुई है इन गोशालाओं में अभी गोवंश को नहीं रखा गया है।
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