गांधीनगर। शराब के नशे (intoxicated) में झूमते आदमियों को तो आपने देखा होगा, लेकिन गुजरात के गांधीनगर से भैंसों के शराब के नशे में धुत (Drunk on buffalo liquor from Gandhinagar, Gujarat) होने का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. भैंसों के नशे में होने की खबर सामने आते ही पुलिस ने मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और उसके पास से शराब की बोतलें जब्त कर लीं.
दरअसल, गुजरात में शराब प्रतिबंधित है और इन भैंसों के मालिक ने बड़ी मात्रा में तबेले में शराब छिपाकर रखी थी. पुलिस ने जब तबेले पर छापा मारा तो वहां से शराब की 101 बोतलें बरामद हुईं. लेकिन पुलिस के आने से पहले भैंसों ने शराब मिला पानी पी लिया था, इसी वजह से मामले का खुलासा हो गया.
हुआ यूं कि गांधीनगर में तबेला चलाने वाले शख्स ने शराब की बोतलें पानी के कुंड में छिपाकर रखी थीं. इस तालाब के पानी में किसी तरह बोतलें खुल गईं. इसी दौरान जितनी भी भैंसे यहां पानी पीने आई थीं, उन सभी ने शराब मिला पानी पी लिया.
पानी पीने के बाद कई भैंसे बेकाबू होकर इधर-उधर कूदने लगीं. क्योंकि उनपर शराब का नशा चढ़ गया था. वहीं, शराब के असर से दो भैंसें बीमार पड़ गईं. भैंसों की हालत देखकर तबेले के मालिक ने जानवरों के डॉक्टर को बुलाया. डॉक्टर जब तबेले पहुंचा तो उसे कुंड के पानी का रंग देखकर हैरानी हुई. पानी का रंग बदला हुआ था और उससे अजीब से बदबू आ रही थी. इस बारे में पूछने पर तबेले के मालिक ने कहा कि पेड़ के पत्ते एवं अन्य झाड़ियों के गिरने के चलते ऐसा हुआ है.
हालांकि डॉक्टर इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ और उसने LCB की टीम को इस बारे में जानकारी दी. बाद में पुलिस तबेले में पहुंची तो उसे वहां पर काफी बड़ी मात्रा में शराब मिली. तबेले से बरामद हुई शराब की कुल कीमत 35 हजार रुपये है. पता चला कि बोतलें टूट गई थीं जिससे शराब पानी में घुल गई और भैंसों ने वह पानी पी लिया. जिससे वो बेकाबू हो गईं. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद तबेले के मालिकों दिनेश ठाकोर, अंबरम ठाकोर और रवि ठाकोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
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