भुवनेश्वर। तूफान यास के चलते भारी बारिश व समुद्र में ऊंचे ज्वार के कारण भद्रक व बालेश्वर (Bhadrak and Baleshwar) जिले के 128 गांव जलमग्न हो गये हैं। भारी बारिश व तेज हवा के कारण अनेक पेड़ गिरने के साथ-साथ सड़कों को नुकसान हुआ है। पेड़ काटकर हटाए जा रहे हैं तथा सड़कों के मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। विशेष राहत कमिश्नर प्रदीप जेना (Commissioner Pradeep Jena) ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि तूफान से पहले 6 लाख 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था। बालेश्वर व भद्रक के जलमग्न होने वाले गावों से पानी हटने के बाद वहां के नुकसान का आकलन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि बुधवार दोपहर से मयुरभंज जिले में भारी बारिश जारी है। इस कारण बुढाबलंग नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले 1 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर ले गयी है।
विशेष राहत कमिश्नर ने बताया कि जाजपुर, केन्द्रापड़ा व जगतसिंहपुर जिले में अधिक नुकसान नहीं हुआ है। जगतसिंहपुर में बिजली बहाल की जा चुकी है। केन्द्रापड़ा व जाजपुर जिले में बिजली बहाल करने का काम चालू है ।
उन्होंने बताया कि बालेश्वर व भद्रक जिले के जलमग्न इलाकों के अलावा सभी स्थानों पर शीघ्र बिजली आपूर्ति को बहाल किया जाएगा। ज्वार आने के कारण रेमुणा व धामरा इलाके में अनेक गांव में पानी घुस गया है। प्रशासन स्थानीय लोगों की सहायता से पानी के निष्कासन में जुटी है।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग की अभी तक 295 सड़क व ग्रामीण विकास विभाग की 200 सड़कों को साफ कर दिया गया है। राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के कर्मचारी स्थिति को सामान्य करने में जुटे हैं।
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