मुंबई: अरब सागर में सोमवार रात एक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, जो अंततः मानसून के बाद के पहले चक्रवात में तब्दील हो सकता है. मौसम मॉडल भविष्यवाणी कर रहे हैं कि अरब सागर के दक्षिणपूर्वी हिस्सों पर चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बन रही है. हालांकि किसी भी ठोस अनुमान के लिए यह बहुत जल्दी है.
प्राइवेट मौसम एजेंसी स्काईमेटवेदर ने कहा है कि भूमध्यरेखीय क्षेत्र के बगल में अरब सागर के दक्षिणपूर्वी हिस्सों में स्थितियां बन रही हैं, जहां सकारात्मक आईओडी और मामूली रूप से अनुकूल एमजेओ के कारण गर्म हिंद महासागर में एक साथ मिलकर शीघ्र ही एक चक्रवाती विक्षोभ पैदा कर सकता है.’
स्काईमेटवेदर की 13 अक्टूबर को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है, ’15 अक्टूबर के आसपास दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है. यह अगले 72 घंटों में समुद्र के चरम दक्षिण-मध्य भागों में स्थानांतरित हो सकता है और निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में आकार ले सकता है. हालांकि बेहद निम्न अक्षांश और प्रतिकूल पर्यावरणीय स्थितियां चक्रवाती हवाओं में किसी भी तेजी से वृद्धि का संकेत नहीं देती हैं.’
आईओडी या हिंद महासागर द्विध्रुव दो क्षेत्रों (या ध्रुवों, इसलिए एक द्विध्रुव) के बीच समुद्र की सतह के तापमान में अंतर को संदर्भित करता है. वहीं एमजेओ या मैडेन-जूलियन ऑसिलेशन को भूमध्य रेखा के पास बादल और वर्षा के पूर्व की ओर बढ़ने वाले ‘पल्स’ के रूप में जाना जाता है, जो आम तौर पर हर 30 से 60 दिनों में दोहराया जाता है.
प्रारंभिक पूर्वानुमानों के अनुसार, आदर्श परिस्थितियों में यह संभावित निम्न दबाव क्षेत्र जल्द ही एक चक्रवात में बदल सकता है. अगर चक्रवात बनता है तो उसका नाम ‘तेज’ रखा जाएगा. स्काईमेटवेदर.कॉम ने 13 अक्टूबर को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा कि दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर बन रही स्थितियां 72 घंटों में समुद्र के चरम दक्षिण-मध्य भागों में स्थानांतरित हो सकती हैं और निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में आकार ले सकती हैं.
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