डेस्क: सोमवार 5 जुलाई का दिन बांग्लादेश में भूचाल बनकर आया. देश में आरक्षण को लेकर उठी एक चिंगारी ने सब कुछ बदल दिया. प्रधानमंत्री शेख हसीना सत्ता से बेदखल हो गईं. पिछले काफी समय से पड़ोसी मुल्क आरक्षण की आग में जल रहा था और इसी आग से देश में तख्तापलट हो गया. जिसके बाद बांग्लादेश आर्मी चीफ वकारुज्जमान ने ऐलान किया है कि देश में सेना अंतरिम सरकार बनाएगी. इस बीच शेख हसीना के बेटे ने देश के सुरक्षा बलों से किसी भी अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में आने से रोकने का आग्रह किया है.
अमेरिका में रहने वाले शेख हसीना के बेटे साजिद वाजिद जॉय ने एक फेसबुक पोस्ट में सुरक्षा बलों से कहा कि ‘आपका कर्तव्य हमारे लोगों और हमारे देश को सुरक्षित रखना और संविधान को बनाए रखना है, इसका मतलब है कि किसी भी अनिर्वाचित सरकार को एक मिनट के लिए भी सत्ता में न आने दें, यह आपका कर्तव्य है.
साजिद वाजिद जॉय शेख हसीना सरकार के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सलाहकार भी हैं. फेसबुक पोस्ट में उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उन्हें बाहर निकाला गया तो बांग्लादेश ने जो प्रगति की है वो खतरे में पड़ जाएगी, हमारा विकास और प्रगति सब खत्म हो जाएगा. और बांग्लादेश वहां से फिर वापस नहीं आ पाएगा. इसके आगे शेख हसीना के बेटा ने कहा कि ‘मैं ऐसा नहीं चाहता और आप भी ऐसा नहीं चाहते’ उन्होंने कहा जहां तक मुमकिन हो सकेगा,वो ऐसा नहीं होने देंगे.
हसीना के बेटे साजिद वाजिद जॉय की यह चेतावनी तब आई है जब बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकारुज्जमान राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक जुलाई में हिंसा शुरू होने के बाद से अब तक देश में करीब 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. वहीं कई लोग जख्मी हुए हैं. पूरे देश में इस समय बवाल मचा हुआ है.
दरअसल देश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली को खत्म करने की मांग को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान हिंसक प्रदर्शन में देश में ऐसी आग लगी कि तख्तापलट ही हो गया और पांच बार की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. पिछले काफी समय से देश हिंसा की आग में जल रहा है.
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