नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार (14 जनवरी, 2025) को कहा कि जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के बिना अधूरा है. पीओके भारत का मुकुट है. इसके साथ ही उन्होंने पड़ोसी देश को आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप चलाने को लेकर चेतावनी दी. रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंक का दामन नहीं छोड़ा है. 80 प्रतिशत आतंकी पाकिस्तान से आते हैं.
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अखनूर सेक्टर में पूर्व सैनिक सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे रक्षा मंत्री ने कहा, “1965 के युद्ध में भारतीय सेना ने हाजी पीर पर तिरंगा लहराया लेकिन उसे बातचीत कर छुड़ाया गया, अगर नहीं हुआ होता तो आतंकवाद के रास्ते बंद हो गए हो होते. पीओके भारत के लिए मुकुट है लेकिन पाकिस्तान के लिए यह फॉरेन टेरिटरी है. पीओके का इस्तेमाल आतंक के लिए होता है. वहां आज भी आतंकी के ट्रेनिंग कैंप हैं. लॉन्चपैड बने हुए हैं. पाकिस्तान को इन्हें खत्म करना होगा नहीं तो…”
उन्होंने आगे कहा, “हमारे दिल में जो जगह दिल्ली के लिए है, वही जगह कश्मीर और अखनूर की है. कहा जाता है कि यहां की गुफाओं में पांडवों ने अपना समय बिताया था. भारत के अलग अलग क्षेत्र से लोग आते हैं और इस जगह का आनंद उठाते हैं. लोग यह मानते हैं कि यहां रहना चुनौती भरा काम है.”
उन्होंने कहा कि 1965 की जंग का यह डायमंड जुबली ईयर है. पाकिस्तान भारत को कभी भी किसी भी जंग में हार नहीं पाया है. उन्होंने कहा कि घुसपैठ आतंकवाद को हवा देने का काम पाकिस्तान 1965 से करता रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की मंशा है कि जम्मू कश्मीर का मुस्लिम समुदाय पाकिस्तान की सेना के साथ खड़ा हो लेकिन पाकिस्तान की यह मुराद न कभी पूरी हुई है और ना कभी होगी. राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान से लड़ते-लड़ते शहीद हुए कई मुसलमानों को भी याद किया.
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