नई दिल्ली (New Dehli) । लुगू देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख (Chief) चंद्रबाबू नायडू की चित्तूर जिले की यात्रा (Travel) दौरान पथराव (Stone pelting) और आगजनी की खबर है। इस मामले (Cases)में 50 लोगों को गिरफ्तार (Arrested)या गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। इसके अलावा, दंगों में शामिल 200 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किये जाने की संभावना है। पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज देख रही है।
नायडू की शुक्रवार की यात्रा के दौरान पथराव और आगजनी में कम से कम 20 पुलिसकर्मी और विपक्षी दल टीडीपी के साथ-साथ सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के कई समर्थक घायल हो गये थे। चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई. रिशांत रेड्डी ने बताया, “हमारे पास वीडियो फुटेज है और हम 150 से 200 और लोगों को पकड़ सकते हैं। हम ने 300 पुलिसकर्मियों को पूरे जिले में तैनात किया है।”
उन्होंने कहा, “हमने उन सभी लोगों को पकड़ लिया है जिन्होंने महिला पुलिसकर्मियों समेत पुलिसकर्मियों पर पत्थरों, बीयर की बोतलों, लाठियों और अन्य वस्तुओं से हमला किया है।” उन्होंने कहा कि हालांकि स्थिति अब नियंत्रण में है और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू करने की कोई जरूरत नहीं है। पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि गिरफ्तार किये गये सभी लोग टीडीपी के ही हैं।
पुलिस ने कहा कि नायडू की रैली के आयोजकों ने पुंगनूर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं ली थी और कम से कम 400 कर्मियों को बंदोबस्त ड्यूटी पर तैनात किया गया था। पुलिस ने कहा कि जब टीडीपी समर्थकों को पुलिस ने शहर में प्रवेश करने की कोशिश करने से रोका तो टीडीपी समर्थकों ने कथित तौर पर उन पर हमला बोल दिया। इससे पहले अन्नामय्या जिले के मदनपल्ले में एक झड़प की सूचना मिली थी, जिसने नायडू की रैली के पुंगनूर पहुंचने से पहले दंगे को भड़काने का काम किया।
पुलिस ने कहा कि दंगों में कम से कम 50 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें 13 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक दंगों में 2,000 से अधिक लोग शामिल थे। बता दें कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले नायडू विभिन्न जिलों में सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में वाई एस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार की कथित विफलता को उजागर करने के लिए ‘युद्ध भेरी’ यात्रा पर हैं। यह नंदीकोटकुर से पथपट्टनम तक 2,500 किलोमीटर का दौरा है।
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