इंदौर। 15 अगस्त पर नायता मुंडला (Naita Mundla) में झंडावदंन (flag hoisting) के बाद की जा रही नारेबाजी (sloganeering) को लेकर एक गुट के लोगों ने आपत्ति ली और जमकर बवाल करते हुए मारपीट की। मौके पर पहुंची पुलिस की समझाइश के दौरान मल्टी से पथराव हुआ। बाद में भारी पुलिस बल बुलाया गया और जैसे-तैसे मामला शांत हुआ। पुलिस ने बवाल करने वाले 23 लोगों पर केस दर्ज कर लिया है।
नायता मुडंला (Naita Mundla) में रावजी बाजार (Raoji Bazar), रानीपुरा व उसके आसपास के लोगों को आईडीए मल्टी (IDA Multi) में विस्थापित किया गया है। मल्टी के नीचे मैदान में कल एक गुट के लोग झंडावंदन (flag hoisting) कर नारेबाजी (sloganeering) कर रहे थे, तभी मल्टी में रहने वाले वर्ग विशेष के लोगों ने नारेबाजी का विरोध किया तो दोनों गुट आमने-सामने हो गए। झंडावंदन (flag hoisting) कर रहे लोगों ने हिंदूवादियों को भी मौके पर बुला लिया। इस बात की खबर जैसे ही पुलिस को लगी तो वहां एएसपी शशिकांत कनकने पहुंचे और दोनों गुटों को समझाने लगे। हिंदूवादी तन्नू शर्मा (Tannu Sharma) का आरोप है कि समझाइश के दौरान मल्टी से वर्ग विशेष के लोगों और महिलाओं ने पत्थर और बर्तन फेंकना शुरू कर दिया। नीचे खड़े लोग मारपीट करने लगे। एक युवक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। उसे इलाज के लिए अस्पताल (hospital) में भर्ती कराया गया है। बाद में भारी पुलिस बल मौके पर बुलाया गया। दोनों गुट के लोग थाने पहुंचे और नारेबाजी (sloganeering) करते हुए एक-दूसरे पर आरोप लगाए। पुलिस ने झंडावंदन (flag hoisting) कर रहे गुट की ओर से 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वहीं दूसरे गुट की तरफ से 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है। पूरी घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया ( (social media) ) पर वायरल हो रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इन वीडियो के आधार पर भी बवाल करने वालों की पहचान की जा रही है। उन पर केस दर्ज किया जाएगा।
पहले वाहन फोड़े, चर्चा के दौरान बरसने लगे पत्थर और बर्तन
तन्नु शर्मा (Tannu Sharma) का आरोप है कि झंडावंदन (flag hoisting) के बाद नारेबाजी (sloganeering) से भडक़े वर्ग विशेष के लोगों ने पहले ही मारपीट और तोडफ़ोड़ कर दी थी। एएसपी कनकने, तेजाजी नगर टीआई और हम आपस में चर्चा कर रहे थे, तब मल्टियों के ब्लॉक से पत्थर और बर्तन फेंकने लगे।
सुपरवाइजर की भूमिका संदिग्ध, दो बार हुआ झंडावदंन
कल विवाद करने वाले दोनों गुटों ने अलग-अलग झंडावंदन किया था। एक गुट का झंडावंदन (flag hoisting) होने के बाद सुपरवाइजर ने बाहर से कुछ युवकों को बुलाया था। करीब 20-25 युवक बाइक से आए थे। इन लोगों ने नारेबाजी (sloganeering) की और फिर बवाल किया। पुलिस सुपरवाइजर की भूमिका की जांच कर रही है।
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