नई दिल्ली: तहव्वुर राणा (tahavvur rana) के भारत प्रत्यर्पण से पहले दिल्ली के सत्ता गलियारों में हलचल तेज हो गई है. बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. यह अहम बैठक नॉर्थ ब्लॉक स्थित गृह मंत्रालय कार्यालय में हुई. सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक करीब 22 मिनट तक चली, जिसमें तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण और उससे जुड़े रणनीतिक पहलुओं पर चर्चा हुई. गौरतलब है कि तहव्वुर राणा 26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी डेविड हेडली का करीबी रहा है और अब उसके भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया अंतिम चरण में बताई जा रही है. ऐसे में यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है.
मुंबई के 26/11 हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को भारत लाया जा रहा है. अमेरिका की ओर से प्रत्यर्पण संधि के तहत सौंपे जाने के बाद भारतीय एजेंसियों की एक टीम तहव्वुर राणा को विशेष विमान से भारत के लिए उड़ान भर चुकी है. ये विमान बीच में एक अज्ञात जगह पर कुछ देर के लिए ठहरेगा और फिर जब वो उड़ान भरेगा तो आज देर रात या कल सुबह तड़के मुंबई हमले का गुनहगार और पाकिस्तानी सेना का पूर्व कैप्टन तहव्वुर राणा इंसाफ की चौखट पर पेश किए जाने के लिए भारत पहुंच चुका होगा. आजतक को खास सूत्रों ने बताया है कि भारत लाए जाने के बाद तहव्वुर राणा को सबसे पहले NIA कोर्ट में पेश किया जाएगा. वहां से उसकी कस्टडी मिलने के बाद खुफिया एजेंसियां उससे पूछताछ करेंगी.
आपको बता दें कि तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने के इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी खुद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कर रहे हैं. तहव्वुर को भारत लाए जाने से पहले दिल्ली में NIA दफ्तर के बाहर सुरक्षा सख्त कर दी गई है. वहीं ये भी खबर है कि दिल्ली और मुंबई की एक जेल को तैयार किया जा रहा है.
हालांकि, सूत्र बताते हैं कि पहले तहव्वुर राणा की कस्टडी NIA को मिलेगी और फिर मुंबई पुलिस को उससे पूछताछ का मौका दिया जाएगा. इस पूछताछ में 26 नवंबर 2008 को हुए 10 पाकिस्तानी आतंकियों के हमले से जुड़े कई राज सामने आएंगे और पाकिस्तान का आतंकी नेटवर्क पूरी दुनिया के सामने एक बार फिर से खुलकर सामने आ जाएगा.
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