इंदौर। 10 लाख लोगों को वैक्सीन (Vaccine) के दूसरे डोज लगाए जाना है, जिसके चलते इन दिनों महाअभियान (campaign) चलाया जा रहा है। हालांकि अभी तक 4 लाख लोगों को इस अभियान के चलते वैक्सीन (Vaccine) लगा दी है। वहीं 6 लाख से अधिक लोग अभी बी ऐसे बचे हैं जिन्हें दूसरा डोज लगाया जाना है। लिहाजा घर जाकर भी वैक्सीन लगाए जा रहे हैं, तो श्रम विभाग (Department of Labor) को भी कलेक्टर ने जिम्मेदारी सौंपी, जिसके चलते संबंधित प्रतिष्ठानों, कारखानों में लेबर इंस्पेक्टर जाकर जांच करेंगे कि सभी स्टाफ और श्रमिकों के दूसरे डोज लगे हैं अथवा नहीं। सभी कारखाना मालिकों और संस्था प्रमुखों को भी कहा गया है कि वे अपने ऑफिस के काउंटर और फ्रंट डेस्क पर सभी कर्मचारियों के वैक्सीनेशन के पहले और दूसरे डोज की प्रतियां एक फाइल में रखें, ताकि निरीक्षण के दौरान उनका अवलोकन किया जा सके।
कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) के निर्देश पर इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन का महाअभियान (campaign) भी चलाया जा रहा है। कल 42 हजार से अधिक को वैक्सीन लगाए गए, जिसके लिए 463 केन्द्र बनाए और आज भी इन सभी केन्द्रों पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। पहला डोज तो शत-प्रतिशत लोगों को लगा दिया, मगर दूसरा डोज लगवाने में लापरवाही बरती और 10 लाख से ज्यादा डोज ड्यू हो गए। हालांकि 4 लाख को इनमें से दूसरा डोज लगा दिया है। बचे 6 लाख के लिए कई तरह के प्रबंध किए जा रहे हैं। केन्द्र सरकार के निर्देश पर घर-घर जाकर भी वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वहीं विभिन्न संगठनों और संस्थाओं द्वारा जन-जागरूकता अभियान (public awareness campaign ) भी चलाया जा रहा है। कल शिक्षा विभाग द्वारा सांवेर एसडीओ रवीश श्रीवास्तव के नेतृत्व में बच्चों द्वारा घर-घर जाकर वैक्सीनेशन की जानकारी दी गई। वहीं जागरूकता रैली भी निकाली गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सेत्या (Chief Medical and Health Officer Dr. BS Setya) के मुताबिक यह अभियान अभी लगातार जारी रहेगा और 30 नवम्बर तक अधिकांश लोगों को दूसरे डोज भी लगा दिए जाएंगे। वहीं कलेक्टर मनीष सिंह ने कल एक आदेश जारी कर सभी प्रतिष्ठानों और संस्था प्रमुखों को निर्देश दिए कि वे अपने सभी कर्मचारियों के वैक्सीनेशन के पहले और दूसरे डोज के प्रमाण-पत्र की प्रतियां बकायादा फायदा बनाकर ऑफिस के काउंटर और फ्रंट डेस्क पर रखें, ताकि निरीक्षण के दौरान तत्काल ही उन्हें प्रस्तुत किया जा सके। सभी लेबर इंस्पेक्टरों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कारखानों-संस्थाओं और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करें कि सभी के द्वारा पहला और फिर दूसरा डोज लगवा लिया गया है।
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