पटना। सौतेले पिता ने अपनी बेटी की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया। बताया जा रहा है कि प्रेमी से बात करने पर नाराज पिता ने गला घोंटकर इस घटना को अंजा दिया और बाद में शव को पुनपुन नदी में फेंक दिया, हालांकि घटना रविवार की बताई जा रही है।
स्थानीय पुलिस ने बुधवार को विक्रमपुर गांव के सामने पुनपुन नदी से 15 साल की किशोरी का शव बरामद किया। शव की पहचान होने पर उसके परिजनों को खबर दी गयी। किशोरी के ननिहाल पक्ष का आरोप है कि सौतेले बाप ने मां मंजू और किशोरी मधु की पिटाई की। इस दौरान उसने रस्सी से गला दबाकर किशोरी की हत्या कर दी। खुद को बचाने के लिये शव लेकर संतोषी फतुहा चला आया और उसे फोरलेन पुल से नदी में फेंक दिया। फतुहा थानेदार मनोज सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपित पिता को गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस की पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार नहीं की है। पुलिस पूछताछ में आरोपित बताया कि लड़के से बात करने से उसने मधु को मना किया था। मारपीट भी की थी। इसके बाद मधु ने आत्महत्या कर ली, हालांकि, पुलिस का मानना है कि आरोपित खुद को बचाने के लिये गलत बयान दे रहा है। पुलिस संतोषी से पूछताछ कर रही है। मृतका के ननिहाल के परिजनों को जैसे ही उसकी मौत की खबर मिली सभी फतुहा पहुंच गये। सभी ने बहाने से सौतेले पिता संतोषी को बुला लिया। इसके बाद उसे फतुहा पुलिस के हवाले कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार करीब 12 वर्ष पूर्व नवीगंज एकंगरसराय निवासी स्व. आनंद ठाकुर की मौत के बाद मृतका की मां मंजू देवी ने संतोषी ठाकुर से शादी की थी। मंजू को पहले पति से दो पुत्र और एक पुत्री मधु थी। संतोषी ठाकुर का अपनी पत्नी से तलाक हो चुका था और वह मंजू के साथ ही रहता था। संतोषी पत्नी और उसके बच्चों की अक्सर बेरहमी से पिटाई करता था। सौतेले पिता के मारपीट के कारण मधु पूर्व में भी दो बार आत्महत्या का प्रयास कर चुकी थी, लेकिन घर वालों ने समझा-बुझाकर इस बात को निपटा दिया। दोबारा संतोषी बेटी के साथ मारपीट करने लगा। मृतका मधु के बड़े भाई अजीत के बयान पर थाने में शिकायत दर्ज की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।