इन्दौर। जिला प्रशासन द्वारा स्कूली बच्चों के लिए मेला लगाने की योजना तैयार की जा रही है। इस योजना के तहत एक ही छत के नीचे सभी स्कूलों के बच्चों के लिए कापी, किताब, स्टेशनरी और यूनिफॉर्म उपलब्ध कराई जाएंगी। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि हर साल ही नागरिकों की ओर से शिकायत आती है कि स्कूल द्वारा किसी विशेष दुकान का नाम स्कूल के बच्चों के अभिभावकों को बताया जाता है और उनसे कहा जाता है कि उस दुकान पर जाकर वहीं से कॉपी, किताब, यूनिफॉर्म खरीदी जाएं। इस तरह की स्थिति को रोकने के लिए हमेशा ही प्रशासन द्वारा प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए जाते हैं।
इस बार यह आदेश प्रशासन द्वारा समय से बहुत पहले जारी कर दिया गया है। इस आदेश के जारी होने के बाद अब प्रशासन की ओर से सभी स्कूलों को सूचना दे दी गई है कि नए प्रवेश लेने वाले और नई कक्षा में जाने वाले विद्यार्थियों को कापी, किताब, स्टेशनरी व यूनिफॉर्म खरीदने के लिए किसी एक दुकान के बारे में बताने के बजाय तीन दुकानों की जानकारी दी जाए, ताकि अभिभावक इन तीन में से किसी भी एक दुकान पर जाकर खरीदी कर सकें। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा अब जल्द ही एक स्टेशनरी मेला लगाने की तैयारी की जा रही है।
कलेक्टर ने बताया कि इस मेले में सभी स्कूलों की यूनिफॉर्म, कापी, किताब और स्टेशनरी एक ही छत के नीचे उपलब्ध रहेंगी। इस मेले में आकर किसी भी स्कूल में पढऩे वाले बच्चों के अभिभावक सारी सामग्री एक साथ खरीद सकेंगे। इस तरह की व्यवस्था कर दिए जाने से अभिभावकों से ज्यादा पैसे की वसूली करने की कोशिश नाकाम हो जाएगी।
अब नही चलेगी मनमानी
कॉपी-किताबें बेचने, यूनिफॉर्म उपलब्ध कराने जैसे मामलों में स्कूलों की मनमानी नहीं चलेगी। अभिभावकों को मनमाने दाम पर मनमानी दुकानों से स्टेशनरी व सामान उपलब्ध कराने की मोनोपोली खत्म की जा रही है। कलेक्टर आशीष सिंह ने हाल ही में आदेश जारी कर स्कूलों को साफ निर्देश दिए हैं कि वह तय दुकानों पर ही स्टेशनरी, स्कूल की किताबें और कॉपियां नहीं बेच सकेंगे, उन्हें अभिभावकों को कम से कम तीन दुकानों की जानकारी उपलब्ध करानी होगी, जहां से पालक अपने बच्चों के लिए अपने बजट के अनुसार खरीदारी कर सकेंगे।
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