काम के दौरान इंदौर के बजाय महू या लक्ष्मीबाई नगर से चलेंगी ट्रेनें
इंदौर। शहर के मुख्य रेलवे स्टेशन (Railway Station) और उससे जुड़े आयलैंड प्लेटफॉर्म (Island Platform) के कायाकल्प का काम 2023 के अंत तक ही शुरू हो सकेगा। यदि तैयारियां पूरी नहीं हुईं, तो यह भी संभव है कि 2024 के शुरुआती महीनों में काम शुरू हो। दो बड़े कारणों की वजह से रेल अफसर ऐसा कह रहे हैं। पहला सबसे बड़ा कारण यह है कि रिडेवलपमेंट के दौरान इंदौर स्टेशन (Indore Station) से ट्रेनें शुरू या खत्म नहीं होंगी और महू (Mhow) या लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन (Laxmibai Nagar Station) से चला करेंगी। इंदौर में काम करने से पहले महू स्टेशन के सारे काम निपटाना, साथ ही लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पर नया प्लेटफॉर्म और अतिरिक्त लाइन बिछाना सबसे बड़ी चुनौती है।
दूसरे अहम कारण अब तक टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं होना है। बहरहाल, कार्य के दौरान होने वाली नई व्यवस्थाओं और बदलावों पर रतलाम रेल मंडल स्तर पर मंथन जरूर शुरू हो गया है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अनिलकुमार लाहोटी को भी मंडल के अधिकारियों ने कार्ययोजना से अवगत करा दिया है। रिडेवलपमेंट के दौरान महू तरफ आने-जाने वाली ट्रेनें जरूर इंदौर स्टेशन से पास होंगी, लेकिन तब ज्यादा ट्रेनें इंदौर में नहीं रुकेंगी। संभव है कि चार प्लेटफॉर्म को एक साथ बंद करने के बजाय पहले दो प्लेटफॉर्म पर काम हो और फिर बचे दो प्लेटफॉर्म पर काम किया जाए। आयलैंड प्लेटफॉर्म का उपयोग कुछ समय तक जरूर हो सकता है, लेकिन जब वहां पुनर्विकास के काम होंगे, तो आयलैंड प्लेटफॉर्म पर भी रेल यातायात बंद करना पड़ सकता है। रेलवे अफसरों का कहना है कि महू स्टेशन पर बनाए जा रहे प्लेटफॉर्म-चार और छोटी से बड़ी लाइन में अपग्रेड किए जा रहे प्लेटफॉर्म-एक का काम 2023 के अंत तक (नवंबर-दिसंबर) पूरा करने का लक्ष्य है। तब तक वहां रेल लाइनें बिछाने और फुट ओवरब्रिज से एक और चार नंबर प्लेटफॉर्म को जोडऩे का काम भी पूरा कर लिया जाएगा। इससे वहां की क्षमता बढ़ेगी, तो इंदौर स्टेशन की ट्रेनों को महू तक बढ़ाया जा सकेगा। महू में तो काम हो रहे हैं, लेकिन लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन की स्थिति उसके ठीक विपरीत है। वहां अभी काम की बहुत ज्यादा गति दिखाई नहीं दे रही है, जबकि यदि दिसंबर तक काम पूरा करना है, तो अब युद्धस्तर पर काम होना चाहिए।
बीच में मानसून सीजन खड़ी करेगा परेशानी
लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पर रेल लाइन दोहरीकरण के साथ अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकास कार्य होना है। एक नया प्लेटफॉर्म बनने से वहां कुल चार प्लेटफॉर्म हो जाएंगे। चिंता इस बात की है कि बीच में मानसून सीजन भी है, जिसमें कीचड़ के कारण खुदाई में परेशानी आती है। यदि जल्द ही काम शुरू नहीं हुए, तो दिसंबर तक काम खत्म करना संभव नहीं रहेगा और लक्ष्मीबाई नगर से ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया जा सकेगा।
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