इंदौर,कमलेश्वरसिंह सिसोदिया। शहर के पश्चिम क्षेत्र (west zone) में लगातार विकास और अत्याधुनिक सुविधाओं के लिए सरकार योजनाएं ला रही है। बाणगंगा (Banganga) के मानसिक चिकित्सालय परिसर (mental hospital campus) में 12000 वर्गमीटर पर एक आदर्श मानसिक चिकित्सालय के लिए टेंडर हुए 3 सप्ताह से ज्यादा का समय बीत चुका है। संभवत: जनवरी में यहां पर निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।
भौतिक सुख-सुविधाओं के बीच जी रहे लोगों को समय का अभाव व तनाव मानसिक रोग की ओर ले जा रहा है। कोरोना काल जैसी महामारी में एक अघोषित भय हमेशा बना रहना भी लोगों को मानसिक रोग, अवसाद में ले गया। अब इंदौर (Indore) में मध्य भारत का सबसे अत्याधुनिक और आदर्श मानसिक चिकित्सालय बनने जा रहा है।
यहां पर एक ही छत के नीचे मनोरोग से जुड़ी सभी बीमारियों का इलाज होगा, बल्कि काउंसलिंग व समझाइश के लिए भी पूरी व्यवस्थाएं रहेंगी। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। पीडब्ल्यूडी की पीआईयू (PWD’s PIU) विंग इसके निर्माण कार्य में नोडल एजेंसी रहेगी। एग्रीमेंट (agreement) प्रक्रिया पूरी होने के बाद संभवत: जनवरी में इस नए आदर्श मानसिक चिकित्सालय के निर्माण की शुरुआत हो जाएगी।
इस प्रकार होगा निर्माण
मानसिक चिकित्सालय बाणगंगा के विशाल परिसर में 4000 वर्गफीट पर अकादमिक भवन, करीब इतनी ही जमीन पर वार्ड एवं रोगियों के लिए भवन बनेगा। 1700 वर्गमीटर पर बालक एवं बालिकाओं के लिए अलग-अलग छात्रावास के साथ किचन आदि व्यवस्थाएं अत्याधुनिक स्वरूप में आकार लेंगी। पूरे 12000 वर्गमीटर में निर्माण के लिए 2 वर्ष का समय निर्धारित किया गया है।
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