उज्जैन। कालिदास अकादमी में चल रहे तीन दिवसीय शालेय कालिदास समारोह का शनिवार को समापन हुआ। इस दौरान छात्रों द्वारा स्वस्ति वाचन के साथ सरस्वती वंदना की नृत्यमयी प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा उपस्थित थे। अध्यक्षता सभापति श्रीमती कलावती यादव ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती शिवानी कुंवर उपस्थित थीं। सारस्वत अतिथि महर्षि पाणिनी संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सी.जी. विजय मेनन थे। कार्यक्रम में महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के बटुकों द्वारा स्वस्ति वाचन किया गया। नृत्य के माध्यम से सरस्वती वंदना की नृत्यमयी प्रस्तुति कु. देवयानी गौड़ ने दी। प्रतियोगिता में हुई प्रस्तुतियों में से श्रेष्ठ प्रस्तुति अन्तर्गत कनिष्ठ वर्ग की नर्मदापुरम् संभाग तथा वरिष्ठ वर्ग की सागर संभाग की नृत्य नाटिकाओं का मंचन किया गया। अतिथियों का स्वागत सुश्री रमा नाहटे, जिला शिक्षा अधिकारी आनन्द शर्मा, संजय त्रिवेदी, एडीपीसी गिरीश तिवारी, डॉ. आर.पी. गुप्त एवं योजना अधिकारी श्रीमती संगीता श्रीवास्तव ने किया। सारस्वत अतिथि प्रो. सी.जी. विजय मेनन ने कहा कि हमारी ज्ञान परम्परा अत्यंत समृद्ध है और इसी कारण से भारतवर्ष की पहचान सम्पूर्ण विश्व में है। प्रचार प्रसार समिति के संयोजक अमितोज भार्गव, संजय लालवानी एवं असीम पण्ड्या ने बताया कि समापन समारोह के इस कार्यक्रम में स्मारिका विशाला का विमोचन हुआ। स्मारिका प्रकाशन में भरत व्यास, डॉ. चित्ररेखा जैन, राजेश गंधरा, संजय जौहरी एवं डॉ. मनोज द्विवेदी आदि का योगदान रहा। इसके पश्चात श्लोक पाठ, चित्रांकन एवं नृत्य नाटिका के कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग में विजेता रहे विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह, पुरस्कार राशि व प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
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