• img-fluid

    प्रदेश का धर्मस्व विभाग उज्जैन में तैयार..सभी तैयारियाँ पूर्ण, 5 अगस्त को मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन

  • August 03, 2024

    • देश में पहली बार किसी राजधानी से पूरा विभाग ट्रांसफर किया गया-भोपाल का स्टाफ भी उज्जैन पहुँचा
    • 115 करोड़ रुपए के बजट के साथ प्रदेश के सभी बड़े मंदिरों का संचालन अब उज्जैन से होगा

    उज्जैन। मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी कहलाने वाली महाकाल की नगरी उज्जैन अब एक नया इतिहास रचने वाली है। उज्जैन देश का ऐसा पहला शहर बनेगा जिसमें प्रदेश की राजधानी नहीं होने के बाद भी पूरा विभाग उज्जैन से संचालित होगा और इसी विभाग से संबंधित पूरे प्रदेश के निर्णय उज्जैन से ही होंगे। महाकाल की नगरी उज्जैन में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 5 अगस्त को मध्य प्रदेश शासन के स्थानांतरित धर्मस्व विभाग का उद्घाटन करने जा रहे हैं। 5 अगस्त से ही यह विभाग उज्जैन में पूरी तरह संचालित होने लगेगा। इस विभाग के भोपाल स्थित सभी स्टाफ मेंबर उज्जैन पहुँच चुके हैं। प्रदेश में पहली बार संचालनालय धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग उज्जैन से संचालित होगा।



    विभाग के स्थानांतरित आदेश के बाद धर्मस्व विभाग का कार्यालय उज्जैन के कोठी रोड पर स्मार्ट सिटी के कार्यालय में बनकर तैयार हो चुका है। इसका उदघाटन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। अब मध्य प्रदेश के सभी बड़े मंदिरों का संचालन उज्जैन से होगा, साथ ही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का कार्यालय भी उज्जैन से संचालित होगा। फिलहाल विभाग का सालाना बजट 115 करोड़ रुपए है। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का कार्यालय स्मार्ट सिटी कार्यालय के परिसर में लगेगा, ग्राउंड फ्लोर और फस्र्ट फ्लोर पर कार्यालय को बनाया गया है जिसमें 2 मीटिंग हाल, 8 रूम और लॉबी भी है। जिसमें संचालक के पद पर उज्जैन संभाग के संभागायुक्त संजय गुप्ता, संयुक्त संचालक एक, उप संचालक एक, दो सहायक संचालक, सहायक यंत्री एक, लेखा अधिकारी एक, अधीक्षक एक, उपयंत्री, सहायक ग्रेड 1 अधिकारी एक, सहायक ग्रेड 2 एक पद, सहायक ग्रेड 3 के दो पद, स्टेनो एक, टायपिंग स्टेनो एक, ऑपरेटर और 6 प्यून रहेंगे। सभी अधिकारी कर्मचारी जो कि भोपाल में पदस्थ थे, वे उज्जैन आ गए हैं। भोपाल ऑफिस से जरुरी सामान भी उज्जैन कार्यालय में शिफ्ट हो चुका है। कार्यालय के लिए नया फर्नीचर मंगवाया गया है। रंगरोगन के बाद दोनों फ्लोर से 5 अगस्त से संचालित होना शुरू हो जाएँगे। संचालनालय धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग और संचालक मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के कार्यालय को उज्जैन में 22 अधिकारी कर्मचारी संभालेंगे। जिसमें संचालक के रूप में उज्जैन कमिश्नर संजय गुप्ता, संयुक्त संचालक डॉ. पीएस मालवीय, उप संचालक मनीष तिवारी, सहायक संचालक प्रज्ञा गीते और सौरभ बंसल, लेखा अधिकारी महेश शर्मा, अधीक्षक नरेंद्र नागर, सहायक ग्रेड 3 के पद पर सुरेंद्र रैकवार रहेंगे। अन्य कर्मचारी और अधिकारियों का ट्रांसफर भी शीघ्र ही इस विभाग में भोपाल से उज्जैन होगा। विभाग उज्जैन से संचालित होने पर मध्य प्रदेश के यह बड़े मंदिर समिति मंडल और संस्थाए कार्यालय के अधीन होंगे जिसमें श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन, सलकनपुर देवी मंदिर, शारदा देवी मंदिर मैहर, श्री गणपति मंदिर खजराना इंदौर के साथ-साथ, भूतपूर्व भोपाल रियासत की मंदिर भोपाल, लक्ष्मण बाग समिति रीवा, मंडलेश्वर जिला खरगोन, पशुपति नाथ मंदिर मंदसौर, ग्वारी घाट जबलपुर, बरमान नरसिंहपुर, कुण्डलपुर दमोह, जोगेश्वर नाथ दमोह के साथ मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा का भी संचालन उज्जैन कार्यालय से होगा जिसमें सिंधु दर्शन यात्रा, कैलाश मानसरोवर यात्रा, हिंगलाज देवी मंदिर यात्रा, ननकाना साहिब दर्शन, श्रीलंका का सीता मंदिर अशोक वाटिका, कम्बोडिया तीर्थ यात्रा इनके साथ ही मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध मेलों की व्यवस्था हेतु अनुदान भी इसी विभाग से स्वीकृत होगा। कार्यालय का उद्घाटन 5 अगस्त को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे।

    Share:

    अब उज्जैन सहित प्रदेश के कालेजों में होगी पुरातत्व विज्ञान की पढ़ाई

    Sat Aug 3 , 2024
    उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय और अश्विनी शोध संस्थान महिदपुर से होगा एमओयू साइन उज्जैन। डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर पुरातत्व शोध संस्थान युवाओं के लिए शार्ट टर्म कोर्स शुरू कर रहा है जो एक से छह माह के होंगे। ये कोर्स पुरातत्व, सांस्कृतिक विरासत और संबंधित विषयों पर आधारित होंगे। इसके लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों से […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    सोमवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved