भोपाल। मप्र के पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ध्वजारोहण किया और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर विजयगीत ‘विजय विश्व तिरंगा प्यारा’ और राष्ट्र-गान ‘जन-गण-मन’ का गायन हुआ। प्रदेश के नागरिकों, कांग्रेसजनों के नाम संदेश का वाचन किया।
कमलनाथ ने प्रदेश की जनता को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद सैनानियों को नमन किया। उन्होंने ने कहा कि आज देश के सामने कई चुनौतियां हैं और सबसे बड़ी चुनौती देश के लोकतंत्र और संविधान की अस्मिता को बचाये रखना है। देश में दल बदल कानून होने के बावजूद ऐसी नई परिस्थितियां पेश हुईं, जिससे जनता द्वारा बहुमत से चुनी सरकारों को अस्थिर करने का काम न केवल मप्र में बल्कि अनेक प्रदेशों में किया गया है। संविधान और लोकतंत्र की भावनाओं के विपरीत मप्र में जो घटनाक्रम हुआ उससे प्रजातंत्र के मूल्यों पर प्रहार हुआ है, प्रजातंत्र की हत्या की गई।
इस अवसर पर कमलनाथ ने अपने सीएम कार्यकाल में किए गए कार्यों का वर्णन करते हुए संदेश में कहा कि 15 महीने की सरकार में हमें 12 महीने काम करने का अवसर मिला। सरकार बनते ही हमने किसानों का 2 लाख रू. तक का फसल ऋण माफ करने का निर्णय लिया, 21 लाख किसानों के ऋण खाते में 7155 करोड़ की राशि का भुगतान कर दिया तथा 7 लाख से अधिक किसानों के कर्ज भुगतान हेतु 4612 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि प्रयोजन के विद्युत कनेक्शन की दर में 50 प्रतिशत छूट दी गई, इंदिरा गृह ज्योति योजना के अन्तर्गत 100 यूनिट तक मासिक खपत करने पर 100 रूपये प्रतिमाह की दर से विद्युत प्रदाय की गई। वृद्धा, विधवा एवं विकलांगों की पेंशन राशि में दुगनी बढौत्री अर्थात 300 रूपये की जगह 600 रू प्रतिमाह की गई। कन्याओं के विवाह हेतु सहायता राशि बढ़ाकर 51 हजार रूपये की गई। युवाओं के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना प्रारंभ की गई। उन्होंने कहा कि हमने आम नागरिकों के हित में भूमाफिया तथा मिलावट खोरों के लिए सघन अभियान चलाया। हमारा यह प्रयास रहा है कि प्रदेश की जनता के हित में जो संभव हो सके वे निर्णय लिये।
कमलनाथ ने कहा कि महामारी कोरोनाकाल में प्रदेश के आम नागरिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा के लिए जो गंभीर प्रयास किए जाने थे, हमें दु:ख के साथ कहना पड़ रहा है कि इसके लिए वर्तमान सरकार द्वारा जरूरी कदम नहीं उठाये गए, जो प्रवासी मजदूर बाहर प्रदेशों से आए है, उन्हें रोजगार देने में वर्तमान सरकार असफल हुई है। कोरोना महामारी के इस दौर में कर्ज माफ न होने के कारण किसान, बिजली के लंबे-चौड़े बिलों के कारण आम नागरिक और हित लाभ न मिलने पर कर्मचारी वर्ग परेशान है। आज प्रदेश की जनता दोहरी मार झेल रही है जिससे उसका सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।