इंदौर। नासिक की कंपनी (Nashik company)से शहर में पौने 13 करोड़ रुपए से अधिक के स्टाम्प (stamp) आए हैं। 2 दिन पहले जिला कोषालय के अधिकारी नासिक (Treasury Officer Nashik) गए थे और वहां से 4 पुलिस (police) जवानों की सुरक्षा में स्टाम्प, नोटरी व स्पेशल एडेसिव (Stamp, Notary and Special Adhesive) की खेप लेकर लौटे हैं।कोषालय के सूत्रों के अनुसार सबसे ज्यादा 100 और 50 रुपए के स्टाम्प की खपत होती है। जमीनों की नोटरी, शपथ पत्र, किरायानामा सहित अन्य विभिन्न दस्तावेजों में 50 और 100 रुपए के स्टाम्प का ही उपयोग होता है, इसलिए सबसे ज्यादा खपत होती है। कोषालय अधिकारियों का भी यही प्रयास रहता है कि 100 और 50 रुपए के स्टाम्प की भरपूर व्यवस्था रहे। इसलिए 100 रुपए और 50 रुपए के सबसे ज्यादा 15 करोड़ स्टाम्प कुल कीमत 1050 करोड़ रुपए के मंगाए गए हैं।
1 करोड़ 95 लाख के स्पेशल एडेसिव और 3 लाख के नोटरी टिकट भी लाए
नॉन-ज्यूडिशियल (non-judicial)एवं ज्यूडिशियल स्टाम्प के साथ-साथ 10 रुपए के 89 हजार नोटरी टिकट कीमत 8 करोड़ 9 लाख रुपए तथा 20 रुपए के 97 हजार 600 स्पेशल एडेसिव कुल कीमत 1 करोड़ 95 लाख 2 हजार रुपए भी लाए गए हैं। इसी तरह 5 रुपए के 2 हजार कोर्ट फीस कुल कीमत 10 हजार रुपए के भी आए हैं।
सप्ताह में 3 दिन जारी होता है वेंडरों को स्टाम्प
जिला कोषालय द्वारा सप्ताह में 3 दिन स्टाम्प वेंडरों को स्टाम्प जारी किया जाता है। प्रति सोमवार, बुधवार एवं शक्रवार को बैंक के जरिए जिस वेंडर को जितने स्टाम्प की जरूरत होती है उसका चालान भरा जाता है, फिर कोषालय विभाग के अधिकारी जांच-पड़ताल कर स्टाम्प जारी करते हैं। इंदौर जिले में 200 से अधिक स्टाम्प वेंडर हैं।
कोषालय से जारी होते हैं स्टाम्प
इंदौर संभाग के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों में जिला कोषालय द्वारा ही स्टाम्प जारी किए जाते हैं। वहां के स्थानीय अधिकारियों द्वारा जितने रुपए के जितने स्टाम्प मांगे जाते हैं, उस हिसाब से जारी किए जाते हैं।
10-20 के स्टाम्प की कमी नहीं
जिला कोषालय में 10 और 20 रुपए के स्टाम्प की भी कमी नहीं है। कोषालय के रिकॉर्ड के मुताबिक अक्टूबर तक 10 रुपए के 15 हजार तथा 20 रुपए के 10 हजार स्टाम्प कोषालय में रखे हुए हैं। वहीं नासिक से नई खेप आने से और भरपूर स्टाम्प का स्टॉक हो गया है।
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