इन्दौर। जिला कोषालय कार्यालय में जहां सवा तीन सौ करोड़ रुपए के एडेसिव टिकट हैं, वहीं 4800 करोड़ रुपए की नॉन ज्यूडिशियल व ज्यूडिशियल स्टाम्प का स्टॉक भी पड़ा हुआ है। इसके अलावा पौने 13 करोड़ रुपए के नोटरी टिकट भी हैं। कोषालय के रिकॉर्ड के मुताबिक 100 रुपए के नाम ज्यूडिशियल स्टाम्प 10 लाख 42 हजार 700, कुल कीमत 10 करोड़ 42 लाख 70 हजार, 50 रुपए के 13 लाख 32 हजार 600, कुल कीमत 6 करोड़ 66 लाख 30 हजार रुपए,10 रुपए के 52 हजार, कुल कीमत 10 लाख 40 हजार तथा 5 रुपए के 18 हजार नान ज्यूडिशियल स्टाम्प, कुल कीमत 90 हजार रुपए का स्टॉक रखा हुआ है। इस तरह से 100, 50, 20 और 10 रुपए के कुल 17 करोड़ 20 लाख 50 हजार रुपए के नॉन ज्यूडिशियल स्टाम्प रखे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार जिला कोषालय कार्यालय के स्ट्रांग रूम में 3 अरब 28 करोड़ 24 लाख से अधिक रुपए के जहां एडेसिव टिकट है, वहीं पौने 13 करोड़ रुपए के नोटरी टिकट भी स्टॉक में रखे हुए हैं। एडेसिव टिकट में 500 रुपए की 11 लाख 64 हजार 559, कुल कीमत 65 करोड़ 21 लाख 49 हजार 500 रुपए, 100 रुपए के 5 लाख 21 हजार 103, कुल कीमत 5 करोड़ 62 लाख 45 हजार 500 रुपए, 50 रुपए 19 करोड़ 33 लाख 12 हजार 147, कुल कीमत 1 अरब 73 करोड़ 98 लाख 15 हजार 350 रुपए, 20 रुपए के 1 करोड़ 44 लाख 60 हजार 36,कुल कीमत 37 करोड़ 60 लाख 56 हजार 720, 20 रुपए के 1 करोड़ 26 लाख 92 हजार 11, कुल कीमत 18 करोड़ 48 लाख 45 हजार 710 रुपए तथा 5 रुपए के 30 करोड़ 36 लाख 93 हजार 168, कुल कीमत 2 अरब 73 करोड़ 32 लाख 4540 रुपए के एडेसिव टिकट का स्टॉक पड़ा हुआ है। इसी तरह 5 रुपए के नोटरी टिकट 2 करोड़ 36 लाख 17 हजार 712, कुल कीमत 12 करोड़ 75 लाख 35 हजार 640 रुपए के रखे हुए हैं।
2१ करोड़ के ज्यूडिशियल स्टाम्प का भी स्टॉक
कोषालय में 20 करोड़ 98 लाख रुपए से अधिक के ज्यूडिशियल स्टाम्प का स्टॉक भी पड़ा हुआ है। इनमें 1 रुपए के ज्यूडिशियल स्टाम्प के 110 बंडल, कीमत 9 लाख 71 हजार 434 रुपए, 2 रुपए के 80 बंडल, कुल कीमत 6 करोड़ 22 लाख 44 हजार 614 रुपए, 5 रुपए के 64 बंडल, कुल कीमत 6 करोड़ 93 लाख 24 हजार 800 रुपए,10 रुपए के 72 बंडल, कुल कीमत 1 करोड़ 18 लाख 35 हजार 880 रुपए तथा 20 रुपए के 72 बंडल, कुल कीमत 6 करोड़ 54 लाख 58 हजार 540 रुपए के हैं।
सबसे ज्यादा 100 और 50 रुपए के स्टाम्प की खपत
कोषालय के सूत्रों के अनुसार सबसे ज्यादा 100 और 50 रुपए के स्टाम्प की खपत होती है। जमीनों की नोटरी, शपथ पत्र, किरायानामा सहित अन्य विभिन्न दस्तावेजों में 50 और 100 रुपए के स्टाम्प का ही उपयोग होता है, इसलिए सबसे ज्यादा खपत होती है। कोषालय अधिकारियों का भी यही प्रयास रहता है कि 100 और 50 रुपए के स्टाम्प की हर समय भरपूर व्यवस्था रहे, इसलिए 100 और 50 रुपए के स्टाम्प का स्टॉक कम होने के पहले ही मंगा लिया जाता है।
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