उज्जैन। जिले में 16 जनवरी,2021 से कोविड टीकाकरण (covid vaccination) कार्य चल रहा है। इसके लिए रेग्युलर स्टॉफ को लगाया गया था। उस वक्त प्रदेश सरकार ने कहा था कि सभी को अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा। इधर जून माह का दूसरा सप्ताह चल रहा है। अभी तक मानदेय को लेकर कोई जवाबदार स्टॉफ की जिज्ञासा को शांत नहीं कर पा रहा है कि आखिर कब तक उन्हे मानदेय का भुगतान हो जाएगा?
जिले में कोविड टीकाकरण जब प्रारंभ हुआ तो प्रदेश सरकार ने दो चरण में घोषणा की थी। पहला चरण कोविड टीके को टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने के लिए चरणबद्ध नीति अन्तर्गत काम करनेवाले लोगों को मानदेय देने का था,जोकि पूरा हो गया लेकिन अभी तक उन लोगों को किसीप्रकार का मानदेय नहीं मिला। दूसरा चरण टीकाकरण केंद्र पर लगे स्टॉफ को मानदेय देने की नीति अन्तर्गत पूरा होना था,जो आज तक पूरा नहीं हो सका है। टीकाकरण केंद्र पर एक सुपरवायजर,एक टीकाकरण प्रमाणीकरण करनेवाला,एक टीका लगानेवाला और एक सहयोगी,इस रूप से कम से कम 5 लोगों को तैनात किया गया। स्टॉफ का दावा है कि उन्हें यह बताया गया था कि डॉक्टर को करीब 1000 से 1500 रू.प्रतिदिन,सुपरवायजर को 800 रू., टीका लगानेवाले एवं प्रमाणीकरण करनेवाले को 500-500 रू. प्रतिदिन दिया जाएगा। यह राशि किसी को आज तक नहीं मिली।
चुनाव की तर्ज पर कर रहे हैं काम
स्टॉफ का कहना है कि प्रात: 8 बजे घर से निकलते हैं। 9 बजे पहुंचते हैं। इसी दौरान टीका लेकर शासकीय वाहन आता है। टीका इश्यु होता है और तैयारी शुरू हो जाती है। प्रात: 10 से सायं 5 बजे तक टीका लगाते हैं। शाम 6 तक सारी औपचारिकताएं कम्प्यूटर आदि पर पूरी करते हैं। शाम 7 बजे तक शासकीय वाहन शेष बचे टीका और बॉक्स आदि लेने आता है। उसके बाद वे अपने घरों तक रात्रि 8 बजे तक पहुंचते हैं। उनकी यह दिनचर्या बन गई है। 12 घण्टे लगातार काम करते हुए,मानदेय की घोषणा करते वक्त कहा गया था कि सुबह और शाम को चाय,दोपहर में भोजन दिया जाएगा। पानी की केन भी स्टॉफ चंदा करके लाता है और बाहर से आनेवाले लोगों को भी पिलाता है। कलेक्टर चाहें तो मौका मुआयना कर सकते हैं।
इनका कहना है
* जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.के सी परमार का कहना है कि बजट उनके पास आज तक नहीं आया। सीएमएचओ ही बता सकते हैं कि जनवरी माह से पेंडिंग मानदेय कब तक भुगतान होगा।
* सीएमचओ डॉ.महावीर खण्डेलवाल के अनुसार हमारे पास कोई राशि नहीं आई। गत वित्तीय वर्ष निकल गया,नया आ गया। यदि राशि आएगी तो उसका आवंटन जिला टीकाकरण अधिकारी को हो जाएगा।