कोलंबा । श्रीलंका के प्रधानमंत्री (Sri Lankan Prime Minister) रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapakshe) के मालदीव भाग जाने के बाद (Escape to Maldives) कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में (As Acting President) आपातकाल की स्थिति घोषित की (Declares Emergency) ।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों को दंगा भड़काने वाले लोगों और उनके द्वारा यात्रा की जा रही लॉरियों को गिरफ्तार करने का भी आदेश दिया है। गाले फेस ग्रीन के मुख्य विरोध स्थल से 20 मिनट की पैदल दूरी पर हजारों प्रदर्शनकारी राज्य की राजधानी कोलंबो में फ्लावर रोड पर प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर जबरदस्ती घुस गए।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, विक्रमसिंघे ने कहा था कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के जाने के बाद सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनने के बाद वह पद छोड़ देंगे, लेकिन कई श्रीलंकाई लोग चाहते हैं कि प्रधानमंत्री तुरंत चले जाएं। बीबीसी ने बताया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि एक बार राजपक्षे के जाने के बाद, श्रीलंका के संविधान के तहत, विक्रमसिंघे स्वचालित रूप से 30 दिनों के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाएंगे।
प्रदर्शनकारी बुद्धि प्रबोध करुणारत्ने ने पहले रॉयटर्स को बताया, अगर हमें बुधवार शाम तक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बारे में नहीं सुना जाता है, तो हमें वापस इकट्ठा होकर संसद या किसी अन्य सरकारी भवन पर कब्जा करना पड़ सकता है। हम गोटा-रानिल सरकार के सख्त खिलाफ हैं। दोनों को जाना होगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved