कोलंबो: श्रीलंका में आर्थिक संकट (economic crisis in sri lanka) के बाद हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं. अब प्रदर्शनकारियों (protesters) को सीधे गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने देश की तीनों सेनाओं के लिए जारी आदेश में कहा है कि अगर कोई सार्वजनिक संपत्ति (public property) को लूटता है या फिर हिंसक प्रदर्शन करता है तो उसे गोली मार दी जाए.
सेना की ओर से यह आदेश राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने लोगों से हिंसा न करने की अपील की थी. सोमवार तक पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Former Prime Minister Mahinda Rajapakse) और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प में 8 लोगों की जान जा चुकी है. सोमवार को ही महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दिया था जिसके बाद उनका घर फूंक दिया गया था.
सरकार के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसा के बाद राजधानी कोलंबो में सेना की तैनाती करनी पड़ी और राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगाना पड़ा. काटूनायके एयरपोर्ट की तरफ जा रही सड़क पर प्रदर्शनकारियों ने चौकी बना ली है ताकि सत्ताधारी नेता और उनके वफादार देश छोड़कर भाग न पाएं. उधर, हिंसा के बाद महिंदा राजपक्षे ने अपनी पत्नी व परिवार के साथ आधिकारिक निवास-टेंपल ट्रीज- छोड़ दिया और श्रीलंका के पूर्वोत्तर तट पर स्थित बंदरगाह शहर ट्रिंकोमाली के नेवी बेस पर शरण ली है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved