जयपुर: राजस्थान के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल को बीजेपी ने निलंबित कर दिया है. इधर, अपने निलंबन के बाद भड़के कैलाश मेघवाल ने अर्जुन मेघवाल पर सात बड़े आरोप लगाया है. उन्होंने ऐलान किया कि वह बीजेपी के उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और बीजेपी के उम्मीदवार को हजारों वोटों से पराजित करेंगे.
कैलाश मेघवाल ने प्रेसवार्ता में कहा, मैंने अनुशाश्नात्मक कार्रवाई का जवाब भेजा है. अनुशासन समिति को भेजे जवाब में अर्जुन मेघवाल पर 7 आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि अर्जुन मेघवाल पर एसीबी में मामले दर्ज हैं, फिर भी प्रमोशन मिला है. उन्होंने कहा कि वसुंधरा जी के समर्थकों को चुन-चुन कर खत्म किया जा रहा है. संतीश पूनिया, राजेन्द्र राठौड़ और पूर्व कोंग्रेसी सीपी जोशी का गुट सक्रिय है. उन्होंने सीपी जोशी और राजेन्द्र राठौड़ आयातित नेता करार दिया.
अर्जुनराम मेघवाल पर लगाए सात गंभीर आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि अर्जुनराम मेघवाल ने चुरू कलेक्टर रहते हुए भ्रष्टाचार किया था. अर्जुन राम मेघवाल ने 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था. एफिडेविट में जानकारियां गलत दी गई थी. मुकदमा दर्ज नही होने का लिखा था. उन्होंने कहा कि ये गंभीर अपराध है. इसके आधार पर चुनाव निरस्त हो सकता है. लोकसभा की सदस्यता रद्द हो सकती है. उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री को लेटर लिखूंगा. मेघवाल ने पुष्कर के महाराज से टिकिट दिलवाने के नाम पर डेढ़ करोड़ लिए थे. महाराज ने पीएम को भी शिकायत की थी.
चुनाव के पहले बीजेपी में घमासान
उन्होंने कहा कि पीएम को लिखा है कि जब तक सभी मामलों का निस्तारण नही होता इनकी सदस्यता रद्द की जाए. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को भी चिट्ठी लिखी है और चुनाव आयोग सेलोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग कीहै. उन्होंने कहा कि कभी इस पार्टी में मैं हीरो था, अब जीरो हो गया हूं. परिवर्तन यात्रा में मुझे कोई नही पूछ रहा है. मैं राजनीति में सक्रिय रहूंगा. इसके साथ ही आरोप लगाया कि बीजेपी गुटबाजी में लिप्त है.
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