नई दिल्ली। दिल (heart) मजबूर नहीं मजबूत होना चाहिए और दिल को स्वस्थ रखने के लिए हम न जाने कितने तरीके आजमाते हैं, लेकिन हमारा दिल ठीक से काम कर रहा है या नहीं ये हमें पता भी नहीं चल पाता है। गांवों में लोग मसालेदार तीखा (spicy tart)खाना खाते हैं और उनका दिल भी शहर में रहने वाले लोगों के मुकाबले ज्यादा मजबूत होता है, बहुत कम ही गांव के लोग दिल के मरीज होंगे। दरअसल हमारे पांरपरिक भोजन और मसालों (food and condiments) में कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है, जिसे अब विज्ञान (science) भी मान रहा है। जो इस पारंपरिक ज्ञान के जितने करीब है वो उतना ही स्वस्थ है।
जिन लोगों के हृदय की धमनियों (arteries ) में कठोरपन (Hardening of Arteries) की शिकायत होती है जिसे एथिरोस्क्लोरोसिस कहा जाता है, उन्हें इस तरह के भोज्यपदार्थों का सेवन जरूर करना चाहिए। बस ध्यान आपको इस बात का रखना है कि बहुत ज्यादा और हर रोज मसालेदार भोजन न करें वरना दूसरी समस्याएं शुरू हो जाएंगी।
सप्ताह में एक बार खूब मसालेदार तीखी करी या सब्जी का सेवन करना शुरु करें। अब आधुनिक शोध परिणाम भी हमारे देश के पारंपरिक ज्ञान के दावों को मान रहा है तो आप हम क्यों इससे चूकें?
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं हम इसकी जांच या सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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