नई दिल्ली। भारतीय एयरलाइन स्पाइसजेट ने वाणिज्यिक विमान पट्टे पर देने वाली कंपनी डबलिन स्थित जेनेसिस एयरक्राफ्ट सर्विसेज के साथ 1.6 करोड़ अमेरिकी डालर से अधिक के विवाद का निपटारा कर लिया है। कंपनी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
एयरलाइन ने कहा कि समझौते के तहत, स्पाइसजेट जेनेसिस को 60 लाख डालर का भुगतान करेगी और जेनेसिस 100 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर 40 लाख डॉलर के स्पाइसजेट इक्विटी का अधिग्रहण करेगी। एयरलाइन के अनुसार इस समझौते से एयरलाइन को महत्वपूर्ण बचत भी होगी, और यह दीर्घकालिक विकास की ओर बढ़ेगा।
जेनेसिस के साथ समझौता स्पाइसजेट की वित्तीय स्थिरता बहाल करने, परिचालन में लचीलापन हासिल करने और कानूनी देनदारियों को कम करने की प्रतिबद्धता के तहत उठाया गया है। समझौते के तहत, दोनों पक्ष उचित मंचों पर इस मामले से संबंधित सभी मुकदमों और विवादों को सुलझाने पर सहमत हुए हैं।
स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ने कहा, “यह समझौता वित्तीय स्थिरता की दिशा में हमारी यात्रा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। हमें रचनात्मक बातचीत के माध्यम से जेनेसिस के साथ इस मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने की खुशी है। यह समझौता, जिसमें जेनेसिस स्पाइसजेट में इक्विटी हिस्सेदारी हासिल करेगा, हमारी वित्तीय देनदारियों को काफी कम करेगा और हमारी बैलेंस शीट को और मजबूत करेगा।” यह समझौता अन्य पट्टेदारों जैसे होराइजन एविएशन, इंजन लीज फाइनेंस कॉरपोरेशन, एयरकैसल, विलमिंगटन ट्रस्ट एसपी, शैनन इंजन सपोर्ट लिमिटेड, एक्सपोर्ट डेवलपमेंट कनाडा के साथ सफल समाधानों की एक शृंखला के बाद हुआ है।
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