पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कई कारण हो सकते हैं लेकिन इसके पीछे एक मुख्य वजह मोटापा है। तमाम बीमारियों की जड़ होने के साथ ही मोटापा पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन (testosterone) को सीधे तौर पर प्रभावित करता है जिसकी वजह से स्पर्म काउंट कम हो जाते हैं। मोटापा स्पर्म काउंट कम करने के साथ ही इसकी गतिशीलता को भी कम कर देता है।
बदलती लाइफस्टाइल, हाई कैलोरी वाला खाना, लो फाइबर जंक फूड और फिजिकल एक्टिविटी (physical activity) में कमी मोटापे को तेजी से बढ़ाने का काम करती हैं। 10,000 पुरुषों पर की गई पेरिस की 2012 की एक स्टडी में कम वजन वालों की तुलना में मोटे लोगों में स्पर्म काउंट काफी कम पाया गया था।
शोधकर्ताओं ने मोटापे और फर्टिलिटी कम होने के इस संबंध पीछे एक अनुमान लगाया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि फैटी टिश्यूज पुरुषों के सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन को महिला हार्मोन एस्ट्रोजन में बदलने लगते हैं। फैटी टिश्यूज जितने ज्यादा बढ़ेंगे, पुरुषों में उतनी ज्यादा मात्रा में एस्ट्रोजन बढ़ेगा।
सिगरेट की वजहे से स्पर्म काउंट घटता है और इसकी गतिशीलत भी कम हो जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप परिवार आगे बढ़ाने का विचार कर रहे हैं तो इसकी कोशिश करने से तीन महीने पहले सिगरेट छोड़ देना सही रहता है।
2013 की एक अन्य स्टडी में पाया गया था कि 37 इंच की तुलना में 40 या इससे ज्यादा इंच की कमर वाले पुरुषों का टोटल स्पर्म काउंट कम था। स्टडी में ये भी पाया गया कि एजोस्पर्मिया (azoospermia) की स्थिति भी हेल्दी वजन वालों (2.6 %) की तुलना में मोटे में लोगों में ज्यादा (6.9%) थी. एजोस्पर्मिया में सीमन में एक्टिव स्पर्म बिल्कुल भी नहीं होता है।
पुरुषों को अपनी लाइफस्टाइल और डाइट पर बहुत ज्यादा ध्यान देना चाहिए। अपनी डाइट में खूब सारे फल, सब्जी, प्रोटीन, साबुत अनाज और डेयरी शामिल करें। इसके साथ फिजिकल एक्टिव रहने से हेल्दी वजन बनाए रखने में मदद मिलती है।
कैफीन की बहुत ज्यादा मात्रा स्पर्म काउंट को कम करती है और इसकी क्वालिटी भी खराब करती है। पुरुषों को ज्यादा कॉफी पीने से बचना चाहिए। एक दिन में 300 मिलीग्राम से ज्यादा कैफीन का सेवन ना करें।
तनाव ज्यादा लेने का भी असर स्पर्म प्रोडक्शन पर पड़ता है। शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। हर दिन योग करने, टहलने, साइकिल चलाने या स्विमिंग से भी स्पर्म क्वालिटी बेहतर होती है।
शरीर में फोलिक एसिड की कमी से स्पर्म असामान्य हो जाते हैं। इससे मिसकैरिज या फिर जन्म के समय बच्चे में दिक्कत आने की संभावना बढ़ जाती है। फोलेट के लिए अपने खाने में बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज और खट्टे फल शामिल करें। कोशिश करें कि आप हर दिन कम से कम 400 मिलीग्राम फोलिक एसिड ले सकें।
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