टाइटैनिक का नाम सुनते ही याद आ जाता है कि करीब 109 साल पहले विशालकाय जहाज बर्फ के पहाड़ से टकराकर समुंदर में डूब गई थी, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी. अब ऐसा मौका आया है, जब उस जहाज को आम नागरिक देख सकता है.
दुनिया का सबसे खूबसरत-बड़ा जहाज था टाइटैनिक
टाइटैनिक के बारे में कहा जाता है कि उस समय का यह दुनिया का सबसे खूबसरत और बड़ा जहाज था. इसके बारे में यह भी कहा जाता था कि टाइटैनिक जहाज (Titanic Ship) कभी नहीं डूबेगा. लेकिन Titanic जहाज डूब गया. अपनी पहली यात्रा पर ही टाइटैनिक एक जहाज की जगह हजारों लोगों की कब्र बनकर सदा के लिए समुंद्र की गहराइयों में समा गया.
जहाज टूटकर हो गए दो हिस्से
ओलंपिक श्रेणी का यात्री लाइनर टाइटैनिक व्हाइट स्टार लाइन था और उसका निर्माण Belfast (Ireland) के Harland ओर Wolff शिपयार्ड में किया गया था. वह 2,223 यात्रिओ के साथ न्यूयॉर्क शहर के लिए रवाना हुआ था. 14-15 अप्रैल, 1912 की रात टाइटैनिक जहाज (Titanic Ship) उत्तरी अटलांटिक सागर (North Atlantic Ocean) में बर्फ के पहाड़ से टकरा गया. यह टक्कर इतनी तेज थी कि जहाज के टूटकर दो हिस्से हो गए. और यह उसी बर्फीले सागर में समा गया. हादसे में 1500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई.
1985 में खोजे गए टाइटैनिक के मलबे
इस घटना के 97 साल बाद वैज्ञानिकों ने 1985 में अटलांटिक सागर में लगभग 12,467 फीट नीचे टाइटैनिक के मलबे को खोज निकाला. मलबे की खोज के बाद ही इस पर टाइटैनिक मूवी (Titanic-1997 film) बनी थी. टाइटैनिक मूवी (Titanic) तो ज्यादातर लोगों ने देखी ही होगी. इसके रहस्य और रोमांच के किस्से सुनकर और देखकर इस जहाज को जानने की इच्छा और तेज हो जाती है.
नजदीक से देख सकते हैं टाइटैनिक जहाज
अगर आपसे ये कहा जाए कि आप भी टाइटैनिक जहाज को नजदीक से देख सकते हैं, उसे छू सकते हैं तो शायद आपको विश्वास न हो. क्योंकि हम में से ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि 100 से भी अधिक सालों से अथाह सागर की अनंत गहराइयों में समाए इस जहाज को कोई भला कैसे देख सकता है. पानी के नीचे की दुनिया की खोज करने वाली एक कंपनी ने ओशनगेट एक्सपीडिशन (Ocean Gate Expeditions) अपने ‘द टाइटैनिक सर्वेक्षण 2021’ (The Titanic Survey Expedition 2021 project) प्रोजेक्ट में लोगों को दुनिया की सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक साइट टाइटैनिक की सैर कराने का ऐलान किया है.
टाइटैनिक टूरिस्ट पैकेज
फॉक्स न्यूज के मुताबिक, ओशनगेट एक्सपीडिशन ने टाइटैनिक टूरिस्ट पैकेज निकाला है जिसके तहत आप 1,25,000 डॉलर (करीब 91,46,000 रुपये) खर्च करके समुद्र के नीचे टाइटैनिक जहाज के मलबे को देख सकते हैं. यह मिशन 6 चरणों में चलेगा और एक मिशन 10 दिनों का होगा. मई से जुलाई तक यह मिशन चलाया जाएगा. एक बैच में 5 पनडुब्बी गोताखोर शामिल होंगे. ये गोताखोर नागरिक वैज्ञानिकों और खोजकर्ताओं को मलबे की साइट पर ले जाएंगे.
लोगों को खास तरह से किया जाएगा ट्रेंन
इस मिशन पर जाने के लिए ओशनगेट एक्सपीडिशन के प्रोजेक्ट के तहत पानी के नीचे टाइटैनिक के मलबे की खोज और रिसर्च के लिए लोगों को खास तरह से ट्रेंन किया जाएगा. विशेषज्ञों का एक पैनल इस प्रोजेक्ट में पानी के अंदर जाने वाले लोगों का चुनाव करेगा. मिशन के लिए चुने गए लोग नागरिक वैज्ञानिक और खोजकर्ता कहलाए जाएंगे.
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