शिमला । हिमाचल प्रदेश में जुलाई महीने में कोरोना वायरस का बड़ा धमाका हुआ है। इस माह कोरोना की रफ्तार में करीब तीन गुणा की बढ़ोतरी हो गई। यह आंकड़ा चिंतित करने वाला है क्योंकि मार्च से जून के चार महीनों में 953 पॉजिटिव मामले सामने आए थे, जबकि अकेले जुलाई में 1553 नए मामले आ गए। राज्य में अब तक कोरोना के 2506 मामलों की पुष्टि हुई है। इन बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के कारण पूरे प्रदेश में भय का माहौल है। परेशानी वाली बात यह है कि राज्य में रिकवरी रेट भी काफी नीचे गिर गई है।
स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 1387 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में रिकवरी रेट 55.34 फीसदी है, जो राष्ट्रीय औसत से भी कम है। 30 जून को रिकवरी रेट 60.33 फीसदी थी। हालांकि 13 जुलाई को रिकवरी रेट 75 फीसदी पहुंच गई थी। लेकिन इसके बाद कोरोना के मामले एकाएक बढ़ने से रिकवरी रेट में काफी गिरावट आ गई। राज्य में कोरोना का बढ़ा विस्फोट 24 जुलाई को हुआ, जब एक ही दिन 10 जिलों में 120 लोग कोरोना से संक्रमित मिले।
15 जुलाई के बाद से सिरमौर और नाहन जिलों में रोजाना हो रहे कोरोना विस्फोट ने दहलाकर रख दिया है। सिरमौर के मुख्यालय नाहन के गोबिंदगढ़ मोहल्ले में 150 से ज्यादा संक्रमित सामने आ चुके हैं। इसी तरह सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन स्थित अधिकतर उद्योगों के कामगारों में कोरोना की पुष्टि होने से हड़कंप मचा है। जनजातीय जिला किन्नौर के अलावा मंडी और शिमला में भी कोरोना कहर बरपा रहा है। किन्नौर व शिमला के रामपुर में एक साथ दर्जनों आईटीबीपी जवान कोरोना की चपेट में आए हैं।
राजधानी शिमला में उस वक्त कोरोना से अफरा-तफरी फली, जब राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री के उपसचिव संक्रमित पाए गए। इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारियों को घरेलू एकांतवास में जाना पड़ा। हालांकि मुख्यमंत्री सहित उनका परिवार व वरिष्ठ अधिकारियों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। सचिवालय में संक्रमण के तीन मामले सामने आने से यहां काम करने वाले कर्मचारी भी सहमे हुए हैं और सरकार से सचिवालय को कुछ दिन सील करने की मांग कर रहे हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते शिमला स्थित हिमाचल विवि, हाईकोर्ट, आयकर कार्यालय, भराड़ी थाना, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय भी कुछ दिनों तक बंद करने पड़े।
स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव निपुण जिंदल ने शुक्रवार को बताया कि जुलाई महीने में राज्य में कोरोना के मामलों में वृद्वि हुई है। अब तक 2506 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें सक्रिय मरीजों की संख्या 1090 है। 1387 मरीज उपचार के बाद ठीक होकर घर लौटे हैं। जबकि 12 लोगों की इस वायरस के कारण जान गई है।
उन्होंने कहा कि 30 जुन की रात 9 बजे तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 953 मामले दर्ज किए गए थे। इनमें सक्रिय मरीज 357 थे, जबकि 575 मरीज कोरोना को मात देने में कामयाब रहे थे। इस तरह जुलाई के महीने में 1553 लोग कोरोना से संक्रमित मिले।
जिंदल ने बताया कि शुक्रवार सुबह तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक सोलन जिला कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित है, जहां कुल 628 पाॅजिटिव मामले हैं। कांगड़ा में संक्रमण का आंकड़ा 452, सिरमौर में 327, हमीरपुर में 304, उना में 198, शिमला में 165, मंडी में 157, चंबा में 103, बिलासपुर में 88, किन्नौर में 45, कुल्लू में 35 और लाहौल-स्पीति में चार हैं। उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति एकमात्र जिला है, जो कोरोना से मुक्त है। इस जिले में कोई भी सक्रिय मरीज नहीं है। सोलन में सर्वाधिक 389 सक्रिय मरीज हैं। सिरमौर में सक्रिय मरीजांे की संख्या 204, कांगड़ा में 122, मंडी में 111, शिमला में 100, उना में 49, बिलासपुर व चंबा में 32-32, हमीरपुर में 22, कुल्लू में 18, किन्नौर में 11 हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से हमीरपुर, कांगड़ा व मंडी जिलों में तीन-तीन, शिमला में दो और सिरमौर में एक मरीज की जान गई।
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