नई दिल्ली: रेल से यात्रा के दौरान जो लोग ट्रेन की लेटलतीफी से परेशान हैं उन्हें भारतीय रेलवे ने बड़ी राहत दी है. रेल मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि नये टाइम टेबल में करीब 500 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड को बढ़ा दिया गया है और अब ये ट्रेनें 10 से 70 मिनट पहले अपने गंतव्य पर पहुंचेंगी. इसके अलावा 130 ट्रेनों (65 जोड़े) को सुपरफास्ट कैटेगरी में परिवर्तित करके गति दी गई है.
अब सभी ट्रेनों की औसत गति में लगभग 5% की वृद्धि हुई है जिससे अधिक ट्रेनों के संचालन के लिए लगभग 5% अतिरिक्त पथ उपलब्ध हो गए हैं. वर्ष 2022-23 के दौरान मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए भारतीय रेलवे का समयपालन लगभग 84% है जो 2019-20 के दौरान 75% समयपालन से लगभग 9% अधिक है.
2021-22 में 65 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं
भारतीय रेलवे लगभग 3,240 मेल/ एक्सप्रेस ट्रेनें चलाता है जिसमें वंदे भारत एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, हमसफ़र एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, अंत्योदय एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, युवा एक्सप्रेस, उदय एक्सप्रेस शामिल हैं, साथ ही जनशताब्दी एक्सप्रेस और अन्य प्रकार की ट्रेनें भी हैं.
इसके अलावा लगभग 3,000 यात्री ट्रेनें और 5,660 उपनगरीय ट्रेनें भी भारतीय रेलवे नेटवर्क पर संचालित होती हैं. इन ट्रेनों के जरिए रोजाना लगभग 2.23 करोड़ यात्री सफर करते हैं.
रेलवे ट्रेन के कोच को भी कर रहा है अपग्रेड
अतिरिक्त भीड़ को कम करने और यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए 2021-22 के दौरान 65,000 से अधिक विशेष ट्रेन यात्राएं संचालित की गईं. वहन क्षमता बढ़ाने के लिए लगभग 566 कोचों को स्थायी रूप से संवर्धित किया गया था.
सफर के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सुविधा के लिए आईसीएफ डिजाइन रेक के साथ चलने वाली मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का रूपांतरण किया जा रहा है. भारतीय रेलवे ने 2021-2022 की अवधि के लिए ICF के 187 रेक को LHB में परिवर्तित किया है.
ट्रेनों के समय पर पहुंचने और रवाना होने के लिए इनकी समय पाबंदी में सुधार के लिए टाइम टेबल में जरूरी परिवर्तन किए गए हैं. कोविड महामारी के दौरान ठोस प्रयासों के कारण मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की समयपालन में लगभग 9% का सुधार हुआ.
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