इंफाल । मणिपुर(Manipur) में जारी हिंसक(Ongoing violence) घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन(Chief Minister N Biren) और राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य(Governor Laxman Prasad Acharya) के बीच शनिवार रात इंफाल के राजभवन में 30 मिनट से अधिक समय तक एक बैठक हुई। इसके बाद इंफाल में अटकलों का बाजार गर्म है। आपको बता दें कि यह बैठक मुख्यमंत्री के बंगले पर विधायकों की बैठक के तुरंत बाद हुई है। बैक टु बैक हुई बैठकों से मणिपुर के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल बढ़ गई। इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री अपना इस्तीफा दे सकते हैं।
अभी तक बंद कमरे में दोनों नेताओं के बीच क्या बात हुई, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान केंद्र सरकार को कुछ मांगें बताई होंगी। इस दौरान मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह भी थे।
शुक्रवार को मणिपुर अखंडता समन्वय समिति (सीओसीओएमआई) द्वारा सार्वजनिक आपातकाल घोषित किए जाने के बाद मुख्यमंत्री के संभावित इस्तीफे के बारे में अटकलों ने जोर पकड़ लिया। हालांकि भाजपा के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि उनके इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है।
सार्वजनिक आपातकाल की घोषणा कुकी उग्रवादियों द्वारा हाल ही में घाटी के जिलों में ड्रोन बम विस्फोटों और कम दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल करने के बाद की गई है। इसमें कई लोग मारे गए। सुरक्षा बल के कुछ जवानों की भी मौत हुई है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री एन बीरेन ने पिछले साल 20 जून को इस्तीफा देने का प्रयास किया था। रविवार को सुबह करीब 11 बजे राजभवन में उनसे मुलाकात की संभावना है।
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