पौराणिक मान्यता के अनुसार, शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष दिन होता है, इसलिए इस बार की आषाढ़ी अमावस्या पर शुक्रवार (Friday) और अमावस्या का बन रहा विशेष संयोग मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर है। आज हम आपको लक्ष्मी मां (Lakshmi Maa) को प्रसन्न करने के कुछ ऐसे उपाय बताते हैं, जिनको अषाढ़ी अमावस्या पर अपना कर घर से दरिद्रता दूर कर सकते हैं और पा सकते हैं धन-समृद्धि ..
शास्त्रों के अनुसार, अमावस्या के दिन प्रातः काल में स्नान करके मां लक्ष्मी का नाम लेते हुए आटे की गोलियां बना लें। इन आटे की गोलीयों को पास के तालाब या नदी में मछलियों को खिलाने से घर की सारी दरिद्रता दूर होती है तथा घर में कभी धन अभाव नहीं रहता है।
शुक्रवार को लक्ष्मी देवी का दिन माना गया है, जो धन-संपदा की देवी हैं। मान्यता है कि हर शुक्रवार मां की पूजा पूरे विधान से की जाए तो आर्थिक संपन्नता आती है। मान्यता है कि शुक्रवार की पूजा से यश की प्राप्ति होती है।
शुक्रवार को या अमावस्या (new moon) के दिन चींटियों को चीनी मिलाकर आटा खिलाने से मां लक्ष्मी की कृपा होती है, धन में वृद्धि होती है।
आषाढ़ी अमावस्या पर रात में पीले कपड़े पहन कर, उत्तर दिशा में मुँह करके कुशा के आसन पर बैठ जाएं। एक थाली में केसर से रंगे चावलों पर शंख रख कर घी के दीपक से मां लक्ष्मी का पूजन करें। मां लक्ष्मी जरूर प्रसन्न होती हैं।
अमावस्या की तिथि पर मां लक्ष्मी के मंदिर में या मूर्ति के सामने चमेली या तिल के तेल के दीपक जलाने से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं। घर में धन की आवक के सारे रास्ते खुल जाते हैं।
अषाढ़ी अमावस्या की रात में घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाएं, पर ध्यान रखें कि दीपक में रूई की बत्ती की जगह लाल धागों को प्रयोग हो और घी में केसर जरूर डालें। ऐसा करने से लक्ष्मी मां धन-धान्य की आपके घर में कभी कोई कमी नहीं होने देती हैं।
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