भोपाल । राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में शुक्रवार को क्रिसमस का पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। कोरोना के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार सुबह गिरिजाघरों में विशेष प्रार्थना हुई और इसके बाद समाजजनों ने एक-दूसरे को बधाई दी गई। ईसाई समुदाय के लोगों ने गिरजाघरों में पहुंचकर प्रार्थना करते हुए कोरोना से मुक्ति और सबकी उन्नति की कामना की। कोरोना के कारण क्रिसमस पर्व पर लोग एक-दूसरे के बिना गले मिले बधाई दे रहे हैं।
राजधानी भोपाल के अशोका गार्डन के सेंट थॉमस चर्च, कोलार गेहूंखेड़ा, संत हिरदाराम नगर, ईदगाह हिल्स, 11 नंबर, गोविंदपुरा के सेंट जोंस चर्च सहित सभी गिरजाघरों में क्रिसमस के अवसर पर सुबह सात बजे से कार्यक्रम शुरू हो गए। प्रभु यीशु के सांग्स गाए गए। प्रार्थना के बाद केक का प्रसाद वितरित किया गया। सुबह 8.30 बजे सभी समाजजनों ने गिरजाघर पहुंचकर विशेष प्रार्थना की। प्रार्थना के बाद बाद एक-दूसरे को हैप्पी क्रिसमस कहकर बधाई दी।
भोपाल के सेंट फ्रांसिस में फादर दिलीप मिंज ने बताया कि आज प्रभु यीशु के पैर चूमने लोग आ रहे हैं। चर्च दोपहर तीन बजे से आम लोगों के देखने के लिए खुला रहेगा। भेल बरखेड़ा के सेंट जोसफ द वर्कर चर्च में भी सुबह प्रार्थना हुई। भोपाल धर्मप्रांत के प्रवक्ता फादर स्टीफन मारिया ने बताया कि प्रभु यीशु से देश-दुनिया की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की गई। प्रदेश के सभी गिरिजाघरों में विशेष प्रार्थना हुई और सभी जगह श्रद्धाभाव के साथ समाजजनों ने क्रिसमस का पर्व मनाया।
क्रिसमस का पर्व गुरुवार शाम से शुरू हो गया था। प्रभु यीशु का जन्मोत्सव क्रिसमस की पूर्वसंध्या का नजारा देखते ही बना। ईसाई समाज के लोग क्रिसमस की खुशियों में सराबोर दिखे। कोरोना के कारण इस बार गुरुवार शाम छह बजे से रात 9:45 बजे तक चर्चों में केरॉल सिंगिंग, प्रभु यीशु का स्वागत, प्रार्थनाएं सहित अन्य कार्यक्रम हुए। हर साल की तरह रात 12 बजे तक प्रभु यीशु के जन्मोत्सव के कार्यक्रम नहीं हुए। गिरजाघरों में कोरोना मुक्ति के लिए प्रभु यीशु से प्रार्थना की गई। या। श्रद्धालुओं ने प्रभु के पैर चूमकर उनका धरती पर आने पर स्वागत किया। गिरजाघरों में केक काटकर इसाई समाज के लोगों ने एक-दूसरे से बिना गले मिले सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाकर हैप्पी क्रिसमस कहा। शुक्रवार को गिरजाघरों में सुबह 8:30 बजे से प्रार्थना सभाएं हुईं। इसके बाद दोपहर 12 बजे तक मिस्सा चढ़ाने सहित अन्य आयोजन हुए। इसके बाद दोपहर तीन बजे से गिरजाघर लोगों को देखने के लिए खोल दिये गये। इधर, सांता क्लॉज ने बोट क्लब, रोशनपुरा चौराहा, बोर्ड आफिस सहित शहर की अलग-अलग जगहों पर बच्चों को टाफियों की जगह मास्क बांटे। बच्चों के हाथों को सैनिटाइज कराया।
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