- हर सवारी में बढ़ रही है भीड़-रामघाट पर सवारी पहुँचती है तो होती है धक्का मुक्की
- कमलनाथ भी होंगे शामिल-भीड़ भरा रविवार..आज दर्शन करने हजारों लोग पहुंचे
उज्जैन। श्रावण माह की सवारी कल सोमवार को निकलेगी और बड़ी संख्या में बाहर से भी श्रद्धालु पहुंचेंगे और इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की विशेष तैयारी की गई है। पालकी के घेरे में कई अवांछित तत्व घुस जाते हैं, इन्हें रोकना जरुरी है। करीब 5 लाख बाहर से आने की उम्मीद है और आज रविवार को भी शहर में काफी लोग बाहर से आए। अधिकमास और सावन आने के कारण इस बार श्रावण मास 59 दिन का हो गया है और कल भगवान महाकाल की सावन में निकलने वाली छठी सवारी निकलेगी और इस सवारी में 5 लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है और इसके लिए प्रशासन को सुरक्षा के इंजताम पुख्ता करने की जरुरी है। कल शनिवार से शहर में लोगों का आना शुरू हो गया था और आज सुबह से शहर की हर सड़क बाहरी श्रद्धालुओं से भरी हुई नजर आ रही थी और सड़कों से निकलना मुश्किल हो रहा है। शनिवार, रविवार और सोमवार को महाकाल की सवारी तथा अगले दिन 15 अगस्त का अवकाश होने के चलते शहर में एकाएक भीड़ बढ़ गई है।
इधर कल महाकाल की सवारी में शामिल होने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी उज्जैन आएंगे। इसके लिए कांग्रेसियों ने तैयारी कर रखी है। हर बार यह देखने में आया है कि भगवान महाकाल की सवारी जब मंदिर से रवाना होती है तो मार्ग में दर्शनार्थियों की भीड़ बढऩे लगती है और रामघाट पर धक्का-मुक्की के हालात बन जाते हैं और यहाँ पर प्रशासन को कल पडऩे वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम करना होंगे। दूसरी ओर जब महाकाल की पालकी नगर भ्रमण पर निकलती है तो पालकी के घेरे के बीच में शान बघारने के लिए कई अवांछित लोग जा घुसते हैं और ऐसे लोगों के कारण दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को पालकी के दर्शन ही नहीं हो पाते। महाकाल की पालकी के आसपास से अवांछित लोगों को दूर रखा जाए तो श्रद्धालुओं को दर्शन भी सुगमता हो सकेंगे। इस बार चार दिन का अवकाश होने के चलते शहर में बाहर से आए श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है और आज रविवार भीड़ भरा हो गया है। बाहर से आए श्रद्धालु कल रात से होटल और लॉजों सहित गेस्ट हाऊसों को बुक कर चुके हैं और सुबह से लोग ठहरने के लिए जगह तलाशते दिखे। शहर की सभी होटल, लॉजें पूरी तरह फुल हैं और यह स्थिति आने वाले दो दिनों तक लगातार बनेगी। आज यहाँ आए लोग कल महाकाल की सवारी देखने के बाद ही शहर से बिदा होंगे और ऐसे में प्रशासन को कल विशेष सुरक्षा के इंतजाम करने होंगे।