लखनऊ। सपा नेता आजम खां 64 दिन बाद मंगलवार को अपने बेटे अब्दुल्ला के साथ लखनऊ से सीतापुर जेल पहुंच गए हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस उन्हें लेकर जेल पहुंची और इसके बाद दोनों को उनकी बैरकों में भेज दिया गया। सपा सांसद आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ सीतापुर जेल में बंद थे।
कोरोना की दूसरी लहर में जेल के बंदियों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था जिसमें 1 मई को आई रिपोर्ट में सपा नेता आजम खान समेत 13 बंदी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। कई दिनों तक आजम खान का इलाज जेल में ही डॉक्टरों की निगरानी में किया गया लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर 9 मई को आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका इलाज चल रहा था।
लंबे समय तक चले इलाज के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गए। डॉक्टरों द्वारा उनके स्वास्थ्य के परीक्षण के बाद उन्हें मंगलवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद आजम व उनके बेटे जेल वापस आ गए। उनको सुरक्षित जेल तक पहुंचाने के लिए एसपी आरपी सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए थे। वह अटरिया, सिधौली, कमलापुर व खैराबाद होते हुए शहर में दाखिल हुए।
आजम खां और उनके बेटे को एंबुलेंस से लखनऊ से लाया गया। शहर में एंट्री करते ही एसडीएम, सीओ पीयूष सिंह व शहर कोतवाल टीपी सिंह स्कॉट करते हुए दोपहर 12:30 बजे के करीब जेल गेट पर पहुंचे। जहां पर कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को जेल के अंदर ले जाया गया। जेलर आरएस यादव ने बताया कि सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को 9 मई को जेल से लखनऊ ले जाया गया था। मंगलवार को 64 दिन बाद दोनों लोग जेल आ गए हैं। दोनों को उनकी बैरकों में शिफ्ट कर दिया गया।
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