लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि 2022 के चुनावों में 350 से ज्यादा सीटें जीतकर सपा सरकार (SP governmen) बनेगी। प्रदेश में भाजपा इतने फासले से हारेगी कि उसे कल्पना भी नहीं होगी।
उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा विजनलेस है। वहीं विकास का ब्लू प्रिंट और विजन सपा के पास है। भाजपा सरकार के पास अपना बताने को कोई काम नहीं है, प्रदेश में विकास के सभी बड़े प्रोजेक्ट सपा सरकार के समय के हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार का रवैया अलोकतांत्रिक है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और खत्म करने की साजिशें हो रही हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। राज्य सभा में बहुमत को ठुकराकर कृषि कानून पास कराए गए। किसान नाराज है तो तीन कृषि कानून उन पर थोपने की जिद क्यों सरकार कर रही है। वहीं उत्तर प्रदेश में विधान परिषद में विपक्ष के बहुमत की अनदेखी हो रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार खेती बर्बाद करना चाहती है। किसान के खेत पर उद्योगपतियों का नियंत्रण होगा और किसान खुद अपनी जमीन पर मजदूर बन जाएगा। भाजपा सरकार ने किसानों को एमएसपी नहीं दी। मूंगफली और सरसों की कीमत कब मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार देश के किसानों को सही कीमत देने के बजाय विदेशों से तेल आयात करती है। भाजपा सरकार में झांसी, महोबा, ललितपुर में सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या की है। बुन्देलखण्ड ने भाजपा को भरपूर समर्थन दिया पर उसने किसानों और गरीबों को धोखा दिया।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि डीजल-पेट्रोल के दामों में इतनी वृद्धि कभी नहीं हुई। रसोई गैस महंगी है। सरकार इससे जो मुनाफा कमा रही है उसका पैसा कहां जा रहा है? चार साल बीत गए, तमाम योजनाएं प्रदेश में अधूरी पड़ी है। पांच बजट पेश हो गए, प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर का काम आगे नहीं बढ़ा है।
भाजपा सरकार में एक यूनिट बिजली उत्पादित नहीं हुई बल्कि विद्युत दरों में वृद्धि कर दी गई। समाजवादी पार्टी की सरकार में थ्री इन्टू सिक्स सिक्स्टी सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट स्थापित हुए थे।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय सम्पत्ति बढ़ाती है पर भाजपा सरकार इससे उलट करती है। उसने तमाम राष्ट्रीय सम्पत्तियां, मुनाफे वाले संस्थान भी बेचने शुरू कर दिए हैं। रेलवे, बंदरगाह, हवाई अड्डा, बीमा, बैंक सभी बिक्री के लिए हैं। भाजपा ने इस बिक्री का नाम ‘मोनिटाइजेशन’ दिया है, यह जनता की आंखों में धूल झोंकने जैसा है। (एजेंसी, हि.स.)
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