उज्जैन। पिछले एक पखवाड़े में इस बार मानसून की 5 इंच से अधिक बरसात हो गई है। जिले में जिन किसानों ने सोयाबीन की फसल 15 दिन पहले बो दी थी। उनके खेतों में नमी आने के बाद अब सोयाबिन के पौधों की कोंपलें फूटने लगी है। इससे किसान खुश हैं। इस बार जिले में करीब 4 लाख हेक्टेयर के दायरे में सोयाबीन की बोवनी का लक्ष्य रखा गया है।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उज्जैन जिले में इस बार लगभग 4 लाख हेक्टेयर के दायरे में किसान सोयाबीन की उपज बोने जा रहे हैं। बारिश में हुई देरी के चलते हालांकि इस बार 15 जून के बाद से ज्यादातर किसानों ने बोवनी शुरु की है। जिले में आज 28 जून की सुबह तक करीब 5.25 इंच पानी बरस चुका है। इसके चलते खेतों में पर्याप्त नमी आ गई है। इधर चिंतामन जवासिया के किसान अजय पटेल ने बताय कि उन्होंने आज से लगभग 20 दिन पहले अपने खेतों में सोयाबिन की फसल बोई थी। तीन दिन के अंतराल में हुई अच्छी बारिश के बाद खेतों में नमी आ गई है। उन्होंने यह भी बताया कि चिंतामन जवासिया क्षेत्र के खेतों में बोई गई सोयाबिन पौधों की कोंपलें नजर आने लगी है। इससे किसान खुश हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में हर साल मानसून सक्रिय होने के दो हफ्ते बाद जिले में किसान लक्ष्य की करीब 50 फीसदी बोवनी कर देते हैं। वहीं जुलाई माह के पहले सप्ताह तक शत-प्रतिशत सोयाबीन फसल की बोवनी जिले में हो जाती है। इस बार उज्जैन तथा आसपास के क्षेत्रों में अभी भी किसान बोवनी कर रहे हैं।