नई दिल्ली । उत्तर कोरिया (North Korea) ने आज रविवार को संदिग्ध रूप से तोपों (Artillery) से समुद्र में गोलाबारी करके परीक्षण किया। इससे कुछ ही दिन पहले उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने बाहरी खतरों से निपटने के लिए रक्षा क्षमता को मजबूत किए जाने का आह्वान किया था।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में बताया कि उन्होंने रविवार सुबह कई उड़ती वस्तुओं का पता लगाया और ऐसा माना जा रहा है कि ये उत्तरी कोरिया के तोपखाने से दागी गई थीं। उसने कहा कि उत्तर कोरिया पर कड़ी निगरानी रखते हुए दक्षिण कोरिया अमेरिका के साथ निकट समन्वय के साथ अपनी मजबूत सैन्य तैयारी को बरकरार रखे हुए है।
‘खतरा पैदा करने वाली हथियार प्रणालियों को उन्नत कर रहा’
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के कार्यालय ने बताया कि संदिग्ध प्रक्षेपणों पर चर्चा के लिए बुलाई गई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने चिंता व्यक्त की कि उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया के लिए सीधा खतरा पैदा करने वाली हथियार प्रणालियों को उन्नत कर रहा है और उन्होंने पुष्टि की कि वे उत्तर कोरिया के इस तरह के प्रयासों से सख्ती से निपटेंगे।
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण की तुलना में उसके तोप परीक्षण उतना ध्यान आकर्षित नहीं करते, लेकिन अग्रिम मोर्चे पर तैनात लंबी दूरी तक मार करने वाली तोपें दक्षिण कोरिया की घनी आबादी वाले उस मेट्रोपोलिटन क्षेत्र की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं, जो उत्तर कोरिया की सीमा से मात्र 40-50 किलोमीटर दूर है।
विदेशी विश्लेषकों को मानना है कि उत्तर कोरिया अपने खिलाफ लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों में ढील और अन्य छूट देने के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाने के उद्देश्य से लगातार हथियार परीक्षण कर रहा है। दक्षिण कोरिया और अमेरिका के अधिकारियों ने हाल में कहा कि उत्तर कोरिया ने पिछले पांच साल में अपने पहले परमाणु परीक्षण की तैयारी लगभग पूरी कर ली है।
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