कहते हैं तंदुरुस्ती हजार नियामतों से बेहतर होती हेगी। बात बी सई हे साब…जो इंसान तंदुरुस्त हे वो हर लिहाज से बेहतर हे। जब बी बात सेहत की चलती है तो हमारे जहन में एलोपैथी, होमियोपैथी, आयुर्वेद या यूनानी दवाओं या इनके चारागरों की तस्वीर उभरती है। जरा कोई मरज तजवीस हुआ नईं के साब मरीज किसी न किसी पैथी की दवाएं खाना शुरू कर देता हे। सेहत के सेक्टर का माशरा बी कुछ ऐसा हो गिया हेगा साब के डाक्टरों से लेके वैद्य या हकीम तलक बजाए मरज की रोकथाम के मरज की पेचान तक ही मेहदूद हो गए हैं। गोया के इलाज में धंधा इस कदर हावी हो गीया हेगा के कोई डाक्टर आपको ये नईं बताएगा के फलां मरज से केसे बचें। वो तो बस दवाओं का पुलिंदा आपके साथ बांध देगा। इस कॉन्सेप्ट को बदलने का नाम है आरोग्य भारती। ये एक वालेंटरी होलिस्टिक हेल्थ केयर सर्विस ऑर्गनाइजेशन है। तुलसी नगर के बंगला नंबर एफ 94/5 है आरोग्य भारती का कुल हिंद लेवल का हेड ऑफिस। आप आरोग्य भारती के कैंपस में कदम भर रखिए और आपके भीतर पॉजिटिव एनर्जी दाखिल हो जायेगी।
सब कुछ करीने से जमा हुआ। संस्था स्वस्थ्य व्यक्ति, स्वस्थ्य परिवार, स्वस्थ्य ग्राम और स्वस्थ्य राष्ट्र के कॉन्सेप्ट पे काम कर रही है। आरोग्य भारती के इस दफ्तर का प्रभार मिहिर झा साब के पास है। भाई बताते हैं कि हर इंसान चाहता है कि वो उमर भर तंदुरुस्त बना रहे। बाकी उमर, आबोहवा, मोसम और खुद की टेंडेंसी के मुताबिक हर बंदे की अलहदा जरूरियात होती है। हर इंसान अपने रूटीन, हरकुछ खानपान और बेतरतीब भगादोड़ी वाली जिंदगी जी रहा है। आरोग्य भारती ऐसे लोगों को बीमारी के निदान के बजाए इसके रोकथाम के तरीके तजवीस कर रही है। मसलन आप किस तरह की लाइफ स्टाइल या खानपान से तंदुरुस्त जिंदगी जी सकते हैं, इसके गुरुमंत्र का नाम है आरोग्य भारती। इनके पास पूरे मुल्क में हर पैथी के सैकड़ों एक्सपर्ट मौजूद हैं। अपनी लाइफ स्टाइल को आप कैसे निरोगी बना सकते हैं इस पर यहां काफी लिटरेचर भी मौजूद है। वक्तन फवक्तन तंदुरुस्त लाइफ स्टाइल को लेके आरोग्य भारती सब्जेक्ट के एक्सपर्ट के व्याख्यान भी मुनक्कीद करती है। इसके बेहतर नतीजों को देखते हुए नेशनल हेल्थ पॉलिसी में आरोग्य भारती के कई मशवरों को मंजूर किया गया है। आरोग्य भारती हर लम्हा इस कोशिश में लगी है कि सामान्य इंसान में सेहत को लेके संजीदगी बढ़े। संस्था ने मुल्क के हर स्टेट में जिला लेवल तक आरोग्य मित्र और योग सेंटर वगेरह बनाए हैं। कुलहिंद लेवल पे ऑनलाइन प्रोग्राम और सेवा कार्य होते रहते हैं। भोपाल में आरोग्य भारती बीमारियों से बचाव की वर्कशॉप भी करता रहता है। यहां डाक्टर सत्यप्रकाश बत्रा इसके चेयरमैन हैं। ओमप्रकाश सोनी सचिव और डॉक्टर अभिजीत देशमुख सह सचिव हैं। सेहत के इस नए कॉन्सेप्ट के लिए आपको बहुत मुबारकबाद। आरोग्य भारती के लिए ये बहुत फक्र की बात है की गुजिश्ता दिनों राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जब भोपाल आए थे तब उन्होंने आरोग्य भारती के कार्यक्रम में शिरकत की थी। आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डाक्टर अशोक कुमार वाष्र्णेय कहते हैं कि एक देश एक स्वास्थ्य तंत्र नीति बनाने के साथ मिल्लत में उसकी कुबुलियात भी बड़ी चुनौती है। उन्होंने कोरोना की मिसाल देते हुए बताया कि इस महामारी ने ये साबित कर दिया है की हर बीमारी की कोई सटीक दवा का होना भी जरूरी नहीं है। दरअसल इंसान को तंदुरुस्त रहने के लिए खुद ही कोशिश करनी होगी। कोरोना के मरीजों को आयुष काढ़ा, अणु तेल और भाप लेने जैसे देसी तरीकों ने गजब के फायदे दिए हैं।
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