मुंबई। उत्तर प्रदेश के कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे गैंग के दो खासमखास गुर्गों को उत्तर प्रदेश की एटीएस पुलिस ने मुंबई से सटे ठाणे में एक अज्ञात जगह से गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल कर ली है। सूत्रों ने बताया है कि यूपी एटीएस की टीम कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे कानपुर वाला को एनकाउंटर करने के बाद अब उसकी खूंखार गैंग के वांछित फरार 12 अपराधियों की तलाश में उत्तर प्रदेश दिल्ली हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश बिहार और महाराष्ट्र में ताबड़तोड़ छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। सूत्रों ने बताया है कि यूपी एटीएस को खुफिया एजेंसी के हवाले से भनक लगी थी कि गैंगस्टर विकास दुबे के दो खासमखास साथी सोनू तिवारी और अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुड्डन वारदात के बाद महाराष्ट्र की ओर भागे हैं। इस खुफिया सूचना के आधार पर यूपी एटीएस की एक टीम मुंबई सहित कई जगहों पर दबिश दे रही थी। इसी दबिश के दौरान यूपी एटीएस की टीम ने ठाणे में एक अज्ञात जगह पर छिपे विकास दुबे के 2 करीबियों सोनू तिवारी और अरविंद्र त्रिवेदी उर्फ गुड्डन को धर दबोचा है। बताया गया है कि यूपी एटीएस की टीम अब गैंगस्टर विकास दुबे के इन दोनों करीबी साथियों को उत्तर प्रदेश लेकर आ रही है । दुबे के इन दोनों करीबी साथियों से यूपी एटीएस अब कड़ी पूछताछ कर दुबे के कई और दफन राज को उजागर करने का पूरा प्रयास करेगी। फिलहाल अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि दुबे के बाकी और फरार साथी कहां छुपे हुए हैं। गौरतलब है कि विकास दुबे के ठिकाने पर दबिश देने गई पुलिस टीम के 8 पुलिसकर्मियों को गैंगस्टर विकास दुबे गैंग ने शूट आउट कर शहीद कर दिया था, जबकि सात पुलिसकर्मी घायल हो गए थे । इस नरसंहार को लेकर एनकाउंटर में मारे जाने से पहले विकास दुबे ने खुद कबूल किया था कि वह मारे गए सभी पुलिसकर्मियों की लाशों को पेट्रोल डालकर जलाना चाहता था और सबूत मिटाना चाहता था, लेकिन समय नहीं मिलने के कारण वह अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाया था।
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