इंदौर। जिद्दी बेटे ने अपनी जिद नहीं पूरी होने पर जान दे दी। बताया जा रहा है कि वह हर समय किसी न किसी बात की जिद करता था। इस बार कफ्र्यू में उसकी जिद थी कि उसे कैसे भी साइकिल दिलाएं। बाजार और दुकानें बंद थीं, जिसके चलते घर वाले उसकी यह जिद पूरी नहीं कर पाए तो उसने जान देकर घरवालों को उम्रभर का गम दे दिया।
द्वारकापुरी पुलिस ने बताया कि 17 साल के लक्की पिता आजाद वर्मा को फांसी के फंदे से उतारकर एमवाय अस्पताल ले जाया गया। टीआई सतीश द्विवेदी ने बताया कि लक्की लाड़-प्यार से पला और बड़ा हुआ था। घरवाले उसकी हर मांग पूरी करते थे। बीते कुछ दिनों से वह साइकिल खरीदने की जिद कर रहा था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते दुकानें बंद हैं और घरवालों ने मार्केट खुलने के बाद उसे साइकिल दिलाने को कहा तो वह नाराज हो गया। उसने खाना-पीना बंद कर दिया और गुमसुम रहने लगा। घरवालों से ऐसा रुठा कि उसने फांसी का फंदा कस लिया। उसे घरवालों ने फंदे पर लटका देख फंदा काटा और जिला अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
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