उज्जैन। सोमवती अमावस्या के विशेष संयोग पर आज रामघाट एवं सोमकुंड पर स्नान हो रहा है तथा बड़ी संख्या में लोग नहान कर रहे हैं। स्नान के दौरान अव्यवस्थाएँ भी दिख रही हैं। कोई सोमतीर्थ कुंड के फव्वारों में नहाया तो किसी ने शिप्रा में लगाई डुबकी-उज्जैन। आज सोमवार को अमावस्या आने से सोमवती अमावस्या का योग बना है। सोमतीर्थ कुंड और शिप्रा के घाटों पर श्रद्धालु तड़के से ही स्नान कर रहे हैं। कोई सोमतीर्थ कुंड के फव्वारों में स्नान करता नजर आ रहा है तो कोई शिप्रा में डुबकी लगाता दिखाई दे रहा है। आज संयोग से सोमवती अमावस्या के साथ शनि जयंती और वट सावित्री व्रत का पर्व भी है। त्रिवेणी शनि मंदिर सहित अन्य मंदिरों में सुबह से लोगों की भीड़ उमड़ रही है। ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया कि आज इस साल की अंतिम सोमवती अमावस्या शनि जयंती के साथ वट सावित्री व्रत के संयोग में आई है।
यह संयोग 30 साल बाद बना है। इसके चलते आज सोमतीर्थ कुंड और शिप्रा स्नान का शास्त्रों में विशेष महत्व माना गया है। आज के दिन सोमतीर्थ तथा शिप्रा स्नान के बाद पितृों के निमित्त रामघाट पर श्राद्ध तर्पण करने का विशेष महत्व माना गया है तथा पुण्य लाभ भी कई गुना मिलता है। यही कारण है कि एक दिन पहले ही नगर निगम और जिला प्रशासन ने सोमतीर्थ कुंड, रामघाट सहित विभिन्न घाटों पर आज के स्नान के लिए सुरक्षा व्यवस्था के सारे इंतजाम कर दिए थे। एक दिन पहले नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता भी यहाँ सोमतीर्थ कुंड और शिप्रा के घाटों का जायजा लेने पहुँचे थे। उन्होंने सोमतीर्थ कुंड पर फव्वारा स्नान की व्यवस्था के साथ-साथ आसपास सफाई, पीने के पानी के लिए टैंकर रखवाने और महिलाओं को वस्त्र बदलने हेतु चैंजिंग रूम की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। रामघाट पर भी उन्होंने गहरे पानी में श्रद्धालुओं को जाने से रोकने के लिए सुरक्षा के लिए रस्सी बाँधने और घाटों की सफाई करने के निर्देश दे दिए थे। इसी के चलते आज यहाँ सुबह से दोनों जगह शिप्रा स्नान करने वालों की भीड़ उमड़ रही है। घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है। राणौजी की छत्री के आगे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सुबह से डटे हुए हैं और सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। घाटों पर चोर उचक्कों से श्रद्धालुओं के सामान की सुरक्षा के लिए महिला तथा पुरुष पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। आज तड़के 4 बजे से ही सोमतीर्थ कुंड तथा शिप्रा के घाटों पर श्रद्धालुओं ने स्नान शुरु कर दिया था। कुंड के चारों ओर लगे फव्वारों के नीचे दोपहर तक 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। रामघाट और अन्य घाटों पर भी हजारों श्रद्धालु शिप्रा स्नान कर रहे थे।
त्रिवेणी शनि मंदिर पर हुआ श्रृंगार, श्रद्धालुओं की लगी कतार
आज शनि जयंती के अवसर पर त्रिवेणी स्थित नवगृह शनि मंदिर में भगवान शनि देव का प्रकटोत्सव मनाया जा रहा है। यहाँ सुबह भगवान शनि देव का अभिषेक पूजन कर श्रृंगार किया गया। श्रद्धालु सुबह से ही त्रिवेणी घाट पर स्नान करने के बाद भगवान शनिदेव का काले तिल और तेल से अभिषेक करने पहुँच रहे हैं। शनि जयंती को देखते हुए त्रिवेणी शनि मंदिर तथा घाट पर व्यवस्थाएँ की गई है। शिप्रा स्नान के बाद श्रद्धालु शनि देव के दर्शन के लिए बेरिकेट्स से होकर मंदिर तक पहुँच रहे हैं और आज भीड़ अधिक होने से किसी को भी गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जा रहा।
शाम को होगा महामस्तकाभिषेक
इधर जंतर मंतर के समीप स्थित श्री शनि शक्ति पीठ मंदिर पर आज सुबह से शनिदेव जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है। यहाँ सुबह 11 बजे से शनि शांति महायज्ञ की शुरुआत हो गई और शाम 6 बजे भगवान शनिदेव का महामस्तकाभिषेक किया जाएगा और रात 9 बजे महाआरती की होगी। उसके पश्चात महाप्रसादी वितरण होगा। मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज के दिन भगवान शनिदेव के दर्शन करने और उनका अभिषेक पूजन करने से श्रद्धालुओं को शनिदेव की साढ़ेसाती, ढैय्या, पनोती के प्रभाव आदि के प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
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