इंदौर। प्रकांड पंडित लंका नरेश रावण (Lanka King Ravana) के पुतले पर इस बार कोरोना (Corona) और महंगाई (Inflation) की मार साफ नजर आ रही है। इस कारण अधिकांश स्थानों पर रावण (Ravan) के पुतले का कद छोटा कर दिया गया है। प्रशासन ने भी जो गाइड लाइन जारी की है, उसको लेकर भी इस बार रावण (Ravan) दहन आयोजनों में ज्यादा तामझाम नजर नहीं आने वाला है। आयोजकों का कहना है कि परंपरा को कायम रखने के लिए पुतले का दहन आवश्यक है, जिसमें हर बात का ध्यान रखा जा रहा है।
दशहरा मैदान स्थित रावण दहन (Ravana Dahan at Dussehra Ground) समिति द्वारा जरूर इस बार भी 111 फीट रावण का पुतला बनाया गया है। समिति के सत्यनारायण सलवाडिय़ा और पिंटू जोशी ने बताया कि दशहरे मैदान का रावण दहन देखने आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में आते थे। हालांकि इस बार पिछले साल की तरह भीड़ तो उमडऩे की उम्मीद नहीं है, लेकिन रावण के पुतले की भव्यता हमने बरकरार रखी है। चिमनबाग के रावण को जरूर छोटा करना पड़ा है। इस बार यहां 51 फीट का रावण और 111 फीट की लंका बनाई गई है। आयोजक अनिल यादव का कहना है कि प्रशासन का हम पूरा सहयोग करने को तैयार हैं और उसी आधार पर रावण दहन की तैयारी की गई है। स्कीम नंबर 78 के रावण को भी इस बार छोटा करना पड़ा है। यहां हर बार 101 फीट का रावण बनाया जाता है, लेकिन इस बार 41 फीट का ही बनाया गया है। आयोजक मुन्नालाल यादव, अंकित यादव ने बताया कि कल रात ठीक 8 बजे भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय रावण का पुतला दहन करेंगे। रामबाग में जलाए जाने वाले रावण की ऊंचाई भी इस बार घटाई ग्ई है। सुनील गौड़ ने बताया कि 50 के बजाय इस बार शासन की गाइड लाइन का पालन करते हुए 30 फीट का ही रावण बनाया गया है। इसके साथ ही उषागंज में सेनिटाइजर छींटने वाले अनूठे रावण का निर्माण किया गया है, जो कोरोना से बचाव का संदेश देगा।
रेडिमेड रावण भी हो गए पहुंच से दूर
महंगाई का सबसे असर बच्चों द्वारा जलाए जाने वाले रावण पर पड़ा है। शहर में पिछले कई सालों से रेडिमेड रावण बनाकर बेचने का धंधा अच्छा चल रहा था, लेकिन बार ये रावण 500 से लेकर 1 हजार रुपए तक महंगे हो गए हैं। जो रावण पहले 500 रुपए में मिल जाता था वो अब सात सौ से आठ सौ तो 1 से 2 हजार रुपए तक मिलने वाले रावण में 500 रुपऐ की बढ़ोत्तरी हो गई है। वहीं 2 हजार से ऊपर के रावण 1 हजार रुपए अधिक में मिल रहे हैं। हालांकि पिछले वर्षों से रेडिमेड रावण भी बच्चों को खासे लुभा रहे हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved