मुंबई: देखते ही देखते भारती सिंह कॉमेडी (Comedian Bharti Singh) की दुनिया का वो चेहरा बन चुकी हैं, जिनका नाम और काम दोनों बोलता है. अपनी कॉमेडी से सबको हंसाने वाली भारती के पास आज दौलत और शोहरत सब कुछ है.
हम सब जानते हैं कि भारती अपने करियर में उस मुकाम पर पहुंच चुकी हैं, जहां उनकी लाइफ में किसी चीज की कोई कमी नहीं है. पर शायद कम ही लोग होंगे जो उनकी स्ट्रगल स्टोरी से वाकिफ होंगे.
कॉमेडी क्वीन भारती सिंह की लाइफ में एक दौर ऐसा भी था जब उन्हें नमक रोटी खाकर गुजारा करना पड़ता था. भारती महज दो साल की थीं. जब उनके सिर से पिता का साया उठ गया. भारती की मां की शादी 17 साल की उम्र में हो गई थी और 23 साल की उम्र तक उनके तीन बच्चे थे.
एक इंटरव्यू के दौरान भारती ने अपने संघर्ष के दिनों पर बात करते हुए कहा था कि मेरे पिता की मौत के बाद मां ने दूसरी शादी नहीं की. भारती की मां ने अकेले अपने दम पर तीनों बच्चों को पालने का फैसला किया.
भारती की मां घर चलाने के लिये फैक्ट्री में कंबल सिलने लगीं. थोड़ी ज्यादा कमाई हो इसलिये वो घर पर माता रानी की चुन्नी भी सिलती थीं. हर वक्त भारती के घर से मशीन चलने की आवाजें आती रहती थीं. ये वो वक्त था जब भारती के परिवार ने नमक-रोटी खाकर गुजारा किया.
कॉमेडी की दुनिया में एंट्री लेने से पहले भारती के जीवन में कई रातें ऐसी भी गईं जब उन्हें भूखे पेट सोना पड़ा. भारती की फैमिली गरीब जरूर थी, लेकिन वो टैलेंट में बाकियों से अमीर थी.
कॉलेज टाइम में भारती पिस्टल शूटिंग में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हैं. वो राइफल शूटर बनना चाहती थीं, लेकिन परिवार के पास इतना पैसा नहीं था कि उनकी ट्रेनिंग का खर्च उठाया जा सकता. इसलिये उन्हें मजबूरन बीच में ही कॉलेज छोड़ना पड़ा.
परिवार को गरीबी से बाहर निकालने के लिये भारती कॉमेडी करने पंजाब से मुंबई आ गईं. पर ये राह भारती के लिए आसान नहीं थी. कई लोग थे जो भारती की कॉमेडी और उनके मोटापे का मजाक बनाते थे. पर आज देखिये वो वक्त भी है जब लोग अपने बच्चों को भारती की मिसाल देते हैं. किसी ने सच ही कहा है कि अगर दिल में कुछ कर गुजरने का जुनून हो, तो सब मुमकिन है.
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