भोपाल। गुना पुलिस लाइन गुना में पदस्थ आरक्षक नीरज जोशी उर्फ टोनी महकमे की प्रताडऩा से तंग आकर बगावत पर उतर आया है। आरक्षक नीरज जोशी उर्फ टोनी ने बंदूक उठा ली है, सोशल मीडिया पर उसने एक पोस्ट वायरल की है, जिसमें वह कह रहा है कि ‘आज तक वह सिपाही था, लेकिन अब बागी हूं। मेरे रास्ते में जो भी आएगा मारा जाएगा। उसने ग्वालियर के पूर्व आईजी राजाबाबू सिंह पर दो लाख की रिश्वत लेने एवं अन्य पुलिस वालों पर झूठा केस में फंसाने के आरोप लगाए हैं। साथ ही सायबर पुलिस में पदस्थ समी खान पर भी संगीन आरोप लगाए हैं। आरक्षक के वीडियो को लेकर पीएचक्यू में हड़कंप मचा है। सिपाही ने खुद को बागी घोषित कर दिया और सरकारी रायफल से ही हवाई फायर भी किए। जिसका भी वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। इस मामले में एसपी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि 15 राउंड नहीं मिले हैं। संभवत: वह इन्हें चला चुका है। आरक्षक ने ऐसा क्यों किया है? इस संबंध में पूरी जांच कर रहे हैं। हालांकि आरक्षक ने जिन अधिकारी एवं कर्मचारियों पर रिश्वत लेने, झूठा केस दर्ज करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने चुप्पी साध ली है। पूरा मामला पुलिस मुख्यालय के संज्ञान में है।
पुलिस महकमे पर उठाए सवाल
आरक्षक नीरज जोशी उर्फ टोनी पुलिस लाइन गुना में पदस्थ है। वायरल वीडियो में वह कह रहा है कि ‘मैं आज तक सिपाही था, लेकिन अब एक बागी हूं। मुझे बागी बनाने में पुलिस की भूमिका रही रामवीर (वर्तमान में आगर मालवा में पदस्थ) , राम शर्मा (कुंभराज थाना प्रभारी) एवं तत्कालीन आईजी राजाबाबू सिंह है। मुझे पर 3-3 झूठे प्रकरण लादे गए, जिसमें मैं बरी हुआ हूं। 4-4 विभागीय जांच बिठाई, इक्रीमेंट डाउन किए। राजाबाबू सिंह ने 2 लाख रुपए लिए, रामवीर कुशवाह ने आत्माराम पारदी, मोहब्बत सिंह को मारा। ऐसे कितने मारे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पैसे के जोर पर बचता रहा है। आईजी ने महिला की शिकायत पर झूठी जांच बिठाई। आरक्षक ने कहा कि ‘मेरे सामने जो भी आएगा गोली मार दूंगा। चाहे पुलिस हो चाहे जो भी, मैंने पुलिस की रोटी खाई है, नहीं चाहता कि पुलिस पर गोली चलाऊं। इसलिए सामने न आएं। सायबर सेल का मसी खान 61-61 मोबाइल पकड़ता है, लेकिन आरोपी नहीं। मसी खान से कहना चाहता हूं कि मेरी जानकारी न ले, नहीं तो उड़ा दूंगा। मैं तो हथियार उठाकर आया हूूं।
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